UPTET पेपर लीक-गिरोह के सरगना शिक्षक भाई के साथ सिपाही भी फरार
यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही एसटीएफ दोनों भाइयों के अलावा शिक्षक के एक अन्य साथी की भी तलाश करने में लगी हुई है।
मेरठ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने के मामले में प्राथमिक स्कूल के 1 शिक्षक को पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। शिक्षक का भाई उत्तर प्रदेश में पुलिस में सिपाही के रूप में तैनात है। यूपी टीईटी का पेपर लीक होने के बाद से शुरू हुई एसटीएफ की कार्यवाही से बचने को गिरोह के सरगना शिक्षक के साथ उसका सिपाही भाई भी फरार है। यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही एसटीएफ दोनों भाइयों के अलावा शिक्षक के एक अन्य साथी की भी तलाश करने में लगी हुई है।
एसटीएफ की टीम की ओर से अलीगढ़ जनपद के हजियापुर टप्पल गांव से की गई गौरव मलान की गिरफ्तारी के बाद साफ कर दिया गया है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 यूपी टीईटी का पेपर लीक कराने वाला सरगना अलीगढ़ के गोंडा गांव का निर्दाेष है जो अलीगढ़ के प्राथमिक स्कूल में शिक्षक के पद पर तैनात है। शिक्षक निर्दाेष का भाई उपदेश चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है और उसकी तैनाती वर्तमान समय में आगरा में है। माना जा रहा है कि दोनों भाई चीटिंग और सैटिंग के माध्यम से ही सरकारी नौकरी पर चयनित हो पाए हैं।
सरकार की ओर से दोनों भाइयों के खिलाफ अब जांच बैठा दी गई है। यूपीटीईटी पेपर आउट करने का मुख्य आरोपी भी शिक्षक निर्दाेष और उसके साथी विष्णु को बताया जा रहा है। सीओ बृजेश सिंह ने बताया है कि अलीगढ से एसटीएफ के हत्थे चढे गौरव मलान ने अलीगढ़ से पढ़ाई की है। शिक्षा ग्रहण करने के दौरान उपदेश के साथ उसकी दोस्ती हो गई थी। उपदेश ने ही विष्णु को निर्दाेष से मिलवाया था। निर्दाेष से ही लीक हुए पेपर को लेने के बाद गौरव मलान ने शामली के रवि, धर्मेंद्र, बबलू और मोनी को 200000 रूपये में यूपीटीईटी का लीक हुआ पेपर बेच दिया था। जांच के दौरान यह भी जानकारी एसटीएफ के हाथ लगी है कि प्रिंटिंग प्रेस या पैकेजिंग करने वाले लोगों से ही आरोपियों ने यूपी टीईटी का पेपर खरीदा था। असली सच्चाई का पता तो निर्दाेष, उपदेश एवं विष्णु की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा।