एकांकी परिवार का चलन मानसिक तनाव का कारण- वीरपाल
संयुक्त परिवारों के स्थान पर मौजूदा समय में चल रहा एकांकी परिवार का चलन मानसिक रोगों को बढ़ावा दे रहा है।
मुजफ्फरनगर। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर जनपद के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जिला चिकित्सालय परिसर में लगाए गए मानसिक स्वास्थ्य शिविर का फीता काटकर उद्घाटन करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल सिंह निर्वाल ने कहा है कि संयुक्त परिवारों के स्थान पर मौजूदा समय में चल रहा एकांकी परिवार का चलन मानसिक रोगों को बढ़ावा दे रहा है। जिसके प्रति लोगों को जागरूक करते हुए खुद भी सजग रहने की जरूरत है।
सोमवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला चिकित्सालय परिसर स्थित रेड क्रॉस भवन में मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मानसिक रोगियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। मानसिक रोगों के प्रति लोगों को जागरूक रहने की अत्यंत आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आज के लोग संयुक्त परिवारों से निकलकर एकांकी परिवारों की ओर बढ़ रहे हैं, जिसके कारण लोगों में मानसिक तनाव भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए और यदि कहीं भी किसी को किसी प्रकार का तनाव हो तो ,व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ रहा हो, जीवन में निराशा रही हो, ऐसी स्थिति में उन्हें मनोचिकित्सक को अवश्य दिखाना चाहिए।
कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में जिला चिकित्सालय में कमरा नंबर 6 में मनोचिकित्सक द्वारा मनोरोगियो को चिकित्सकीय परामर्श दिया जाता है।
मनोरोग विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अपणघ् जैन ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अवसाद की स्थिति में है और उसे ,मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, अकेलापन महसूस होता है, अपने आप में ही खोया रहता है, नींद नहीं आती है, काम में रुचि कम है, खुद से खुद बातें करता रहता है, काल्पनिक दुनिया में रहता है, ऐसे व्यक्ति मानसिक विकार से ग्रसित हो सकते हैं और ऐसे व्यक्तियों मनोचिकित्सक दिखाना चाहिए।
कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ गीतांजलि वर्मा, काउंसलर मनोज कुमार, अक्षय शर्मा स्टेनो, रविंद्र सिंह सहकारिता प्रकोष्ठ, राम कुमार शर्मा संयोजक जिला सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, विपिन अत्रे, भूपेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।