अचानक से गुल हुई अस्पताल की बत्ती सहज में ले गई दो नवजात की जान
इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए दो नवजात शिशुओं की मौत हो जाने से परिजनों में बुरी तरह से कोहराम मचा
श्रावस्ती। जिला अस्पताल की अचानक से बत्ती चली जाने की वजह से इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए दो नवजात शिशुओं की मौत हो जाने से परिजनों में बुरी तरह से कोहराम मचा हुआ है। बच्चों की मौत को लेकर परिजनों की ओर से अस्पताल प्रशासन के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
बुधवार को श्रावस्ती के जिला अस्पताल में अनेक बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जिनमें अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए नवजात शिशु भी शामिल थे। इसी बीच एसएनसीयू वार्ड की अचानक से बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जिससे अस्पताल में भर्ती बच्चों के जीवन पर संकट डराने लगा। अस्पताल प्रबंधन की ओर से कई बच्चों को अस्पताल से आनन-फानन में अन्य हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया। लेकिन इस दौरान मची आपाधापी में दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई। जिससे जिला अस्पताल में चौतरफा हड़कंप मच गया। नवजात शिशुओं की मौत हो जाने से परिवारजनों में बुरी तरह से कोहराम मच गया।
बच्चों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बच्चों की मौत के लिए अस्पताल प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। उन्होंने मामले की जांच कराते हुए लापरवाही बरतने के आरोपी अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि श्रावस्ती जनपद के जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड का हाल ही के दिनों में नवीनीकरण किया गया है। जिसके चलते दर्जनभर बेड की संख्या बढ़ाते हुए अब 22 कर दी गई है। वार्ड को आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस किए जाने के बावजूद अस्पताल में भर्ती दो नवजात शिशुओं की मौत से अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर अब सवालिया निशान लग रहे हैं।