श्रीराम मंदिर भूमि खरीद घोटाला-कांग्रेस में उबाल-डीएम को दिया ज्ञापन
घोटाले के आरोपों पर कांग्रेसजनों ने गहरी चिंता जताते हुए महानगर में जोरदार जुलूस निकाला।
सहारनपुर। अयोध्या में बनाए जा रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन में हुए घोटाले के आरोपों पर कांग्रेसजनों ने गहरी चिंता जताते हुए महानगर में जोरदार जुलूस निकाला। नारेबाजी के बीच जुलूस के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबोधित अपना ज्ञापन सौंपा और राम जन्म भूमि जमीन खरीद घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की।
बृहस्पतिवार को भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा व उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के आहवान पर समस्त कांग्रेसजन जिला अध्यक्ष चैधरी मुजफ्फर अली एवं महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर एकत्रित हुए। कांग्रेसजनों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिये भूमि क्रय-विक्रय घोटाले की निष्पक्ष जांच सुप्रीम कोर्ट की अगुवाई में कराने की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिला अधिकरी को सौंपा। इस अवसर पर कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष चैधरी मुजफ्फर अली ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण सभी की आस्था से जुड़ा है और आस्था में घोटाला किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश के सभी वर्गों के लोगों ने भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए दान दिया है। लेकिन आज सभी की आस्था से खिलवाड़ करते हुए जब मंदिर के लिए खरीदी जा रही जमीन में करोड़ों रुपए का घोटाला होता है और उसके पश्चात भाजपा सरकारें घोटाले की जांच ना कराकर घोटालेबाजों को क्लीन चिट देती है तो यह आमजन की आस्था के साथ सरासर धोखा है। महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा ने सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे इंतजार के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और मंदिर निर्माण शुरू हुआ, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि मंदिर निर्माण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सरकार द्वारा घोटालेबाजों के हाथ में सौंप दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज द्वारा इसकी जांच होने के साथ-साथ मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी के लिए पारदर्शी व्यवस्था लागू की जाए, जिससे इस तरह के घोटालों पर विराम लग सके और हमारी धार्मिक भावना व आस्था को कोई ठेस ना पहुंचे।