बोले राकेश-धृतराष्ट्र खोले आंख-देखें भारत बंद को मिला समर्थन
ऐसा नहीं करने पर वे जाम में फसंगे । उन्होंने दुकानदारों से भी अपनी दुकाने चार बजे तक बंद रखने की अपील की
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भारत बंद को अभूतपूर्व सफल बताते हुए लोगों को हो रही परेशानी के लिए क्षमा मांगी है उन्होंने जाम लगा रहे किसानों से जाम में फंसे लोगों के लिये चाय, पानी और दूध की व्यवस्था कराने के निर्देश देते हुए कहा है कि आकस्मिक वाहनों को किसी भी सूरत में ना रोका जाये। उन्होंने कहा है कि किसानों के आंदोलन को चंद किसानों और कुछ राज्यों का आंदोलन बताने वाले धृतराष्ट्रों को अब आंखें खोलकर देख लेना चाहिए कि मुट्ठी भर किसानों के आंदोलन को पूरे देश में कितना अभूतपूर्व समर्थन मिला है।
सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में आयोजित किए गए भारत बंद की सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश भर में भारत बंद को अभूतपूर्व समर्थन मिला है। उन्होंने भारत बंद की वजह से नागरिकों को हो रही परेशानी के लिए क्षमा मांगते हुए कहा है कि किसान भी 10 महीने से लगातार सरकार की हठधर्मिता चलते भारी समस्याएं खेल रहे हैं। लेकिन किसान की बात सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही है। अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए राकेश टिकैत ने कहा है पिछले 10 महीने से राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को देश के कुछ धृतराष्ट्र लोग मुट्ठी भर किसानों और कुछ राज्यों का आंदोलन बता रहे हैं। इन धृतराष्ट्रों को अब आंख खोलकर देख लेना चाहिए कि किस तरह से संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद को बिना किसी जोर जबरदस्ती, दबाव और हिंसा के कितना ऐतिहासिक समर्थन मिला है।
उन्होंने कहा है कि सरकार यह सोच कर बैठी है कि किसान राजधानी दिल्ली के बॉर्डर से खाली हाथ ही लौट जाएंगे, यह सरकार की भूल है। उन्होंने कहा है कि कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी के बिना किसानों की किसी भी दशा में घर वापसी नहीं होगी उन्होंने कहा है कि भारत बंद के दौरान आकस्मिक वाहनों को निकालने और यात्रियों को चाय, पानी और दूध के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने भारत बंद को सफल बनाने में लगे किसानों से कहा है कि वह जाम पॉइंट पर आकस्मिक वाहनों को व्यवस्था बनाते हुए अवश्य निकलवाए और जाम में फंसे यात्रियों के लिए चाय, पानी और दूध का बेहतर इंतजाम करें। जिससे उनकी दुआएं हमें मिले। किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जरूरत हुयी तो दस साल तक किसान आन्दोलन चलाया जायेगा ।
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों के भारत बंद को आन्दोलन का हिस्सा बताते हुए कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दस माह से राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी हिस्सों में किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है और सरकार की हठधर्मिता जारी रही तो यह आन्दोलन दस साल तक चलाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि सड़को को सील नहीं किया गया है बल्कि आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है। दूध और फल सब्जियों की आपूर्ति तथा परीक्षा देने वाले छात्रों और बीमार लोगों को बंद से मुक्त रखा गया है ।
उन्होंने कहा कि सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है और किसानों से बातचीत करना चाहती है । क्या वह किसानों को मूर्ख समझती है । उन्होंने कहा कि आज लोगों को घरों में रहकर भारत बंद का समर्थन करना चाहिये और जरूरत हो तो चार बजे के बाद घरों से निकलना चाहिये । ऐसा नहीं करने पर वे जाम में फसंगे । उन्होंने दुकानदारों से भी अपनी दुकाने चार बजे तक बंद रखने की अपील की।
किसान नेता ने कहा कि उनका आन्दोलन शांतिपूर्ण है और वे लोकतांत्रिक ढंग से अपनी मांगों को उठा रहे हैं । इसबीच प्रमुख विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है ।
उधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी किसान संगठनों से आन्दोलन का रास्ता छोड़कर बातचीत करने का अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि किसान संगठन जो भी सुझाव देंगे, उस पर खुले मन से विचार किया जायेगा ।