बोले अखिलेश-योगी सरकार बना रही है अपराध के नये कीर्तिमान
पिछले चार सालों से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ सरकार अपराध के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले चार सालों से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ सरकार अपराध के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
मंगलवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा है कि दूसरे राज्यो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के ढोल पीटते हुए नहीं थकते हैं लेकिन यहां के हालात भयावह हो चले हैं। समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने को भाजपा सरकार आंकड़ों की फसल उगाने का प्रयास तो करती है परंतु अब उसके खेत ऊसर हो चुके हैं और झूठ चल नहीं पा रहा है।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री रामराज की बात करते हैं मगर रामनगरी अयोध्या में महंत तक सुरक्षित नहीं है। साधु संतो के उत्पीड़न के साथ वहां के तमाम मठ-मंदिरों को भी ध्वस्त किया जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों-दुकानदारों के कारोबार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राज में दबंगों को कानून का डर नहीं रह गया है। गोण्डा में दबंगों की धमकी से डरकर दलित मां-बेटी ने फांसी लगा ली। आगरा में दो भाइयों का विवाद सुलझाने गए दारोगा की दुस्साहसपूर्ण हत्या कर दी गई। कानपुर में युवती का अपहरण कर गैंगरैप किया गया फिर उसकी निर्मम हत्या हो गई। बरेली में भाई के साथ जा रही छात्रा का अपहरण हो गया। बेटियां अपराध की शिकार हो रही हैं और भाजपा सरकार उनके कल्याण के झूठे प्रचार में लगी है।
उन्होने कहा कि मथुरा में आगरा एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली से महोबा जा रही बस को हथियारबंद बदमाशों ने हाईजैक कर यात्रियों से लूट-पाट, दहला देने वाली वारदात है। राजधानी लखनऊ के इटौंजा में छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने तिलक के दिन फांसी लगाकर जान दे दी।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपाइयों की मानवीय संकटों में संवेदनहीनता तो जगजाहिर है। भाजपा ने जिस गोमाता के नाम पर वोट मांगे और गंगा मइया की कसमें खाई। सत्ता हासिल करने के बाद अब उनकी कोई खैर-खबर तक नहीं लेती है। ग्रेटर नोएडा में संचालित गौशाला में भूख-प्यास से तड़प-तड़प कर दम तोड़ते गोवंश की तस्वीरें दिल को विचलित करती है।
उन्होने कहा कि भाजपा राज में घट रही ये घटनाएं समाज में खौफ पैदा करती है। अब जन-जन को यह एहसास हो चला है कि भाजपा के सत्ता में रहते न तो कानून व्यवस्था की स्थिति सुधर सकती है और ना ही महिलाओं, गरीबों का मान-सम्मान सुरक्षित रह सकता है। भाजपा की सत्ता से बेदखली होने और 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर ही जनता को राहत मिलेगी।