सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी की मांग है कि भाजपा सरकार युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए 'यूथचार्टर' जारी करे।
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश की जनता में भाजपा सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर है। वादा खिलाफी का दंश झेल रहे किसानों के लिए भाजपा का जंगलराज काल बन गया है। युवाओं ने युवा व छात्र विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ जगह-जगह संघर्ष छेड़ दिया है। प्रदेश में एक ओर कोरोना संकट बढ़ता ही जा रहा है दूसरी तरफ प्रशासनतंत्र दिन पर दिन बिगड़ती आर्थिक व सामाजिक स्थितियों के प्रति उदासीन है। जनता को उसके भाग्य पर छोड़कर मुख्यमंत्री जहां-तहां व्यस्त हो जाते हैं। उनसे यह प्रदेश सम्हलने वाला नहीं है।
चाहे कोरोना काल हो या सामान्य भाजपा सरकार की खुशहाली विनाशक नीतियों के चलते श्रमिक, किसान लगातार अपनी जानें गंवा रहे हैं। नोएडा में 5 महीने में (अप्रैल से अगस्त 2020 तक) 145 आत्महत्याएं दर्ज हुईं। 01 सितम्बर 2020 से अभी तक आर्थिक तंगी और बेकारी से परेशान 4 लोगों ने फांसी लगाकर जान दी।
अभी सीतापुर में महोली क्षेत्र के भूड़ाहूसा गांव निवासी किसान रामचन्द्र वर्मा की गला रेतकर हत्या कर दी गईं। अमेठी के गौरीगंज थानान्तर्गत उत्तरगांव के मजरे बस्तीदेई में किसान को जिंदा जला दिया गया। उसका अधजला शव बरामद हुआ। कानपुर देहात के खपरेमऊ गांव में किसान पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। हत्या, लूट अपहरण और छेड़छाड़ की घटनाएं तो रोज की बात हो गई है। इन पर कोई लगाम नहीं लगी है।
भाजपा सरकार की किसानों के प्रति निष्ठुरता का पता इसी से लगता है कि खुद रामनगरी अयोध्या में पुण्यकार्य के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण तो कर लिया गया किन्तु उनहें उचित मुआवजा नहीं दिया गया। इस अधिग्रहीत जमीन के लिए किसानों में आम सहमति बनाकर उन्हें सर्किल रेट बढ़ाकर 6 गुना मुआवजा सरकार को देना चाहिए। आंदोलनरत किसानों का नेतृत्व पूर्व मंत्री एवं अयोध्या से विधायक रहे श्री पाण्डेय कर रहे है।
युवाओं में भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। भाजपाई इस गुस्से के तूफान से बचने के लिए मुंह छुपाए बैठे हैं। तमाम विरोध के बावजूद कोरोना संकटकाल में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। रोजगार के नाम पर उनको भटकाया जा रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई का मजाक बनाया जा रहा है। गरीब छात्रों के पास बस वही लैपटाप हैं जो समाजवादी सरकार ने बांटे थे। भाजपा ने भी लैपटाप देने का वायदा किया था लेकिन वायदा खिलाफी भाजपा का स्थायी चरित्र है।
समाजवादी पार्टी की मांग है कि भाजपा सरकार युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए 'यूथचार्टर' जारी करे। एक बात बहुत साफ है कि नौजवानों और किसानों ने ही हमेशा आगे बढ़कर व्यवस्था और सत्ता में परिवर्तन किया है। जब यूथ काफिला बढ़ता है तो तमाम विरोधी ताकतें इनके रास्ते से भाग खड़ी हो जाती है। भाजपा सरकार के खिलाफ बढ़ता जनरोष अब नए बदलाव की दिशा तय करेगा।