पंचायत चुनाव- मतगणना के बाद गांव सरकार के गठन की तैयारी
एक सप्ताह में नव निर्वाचित ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्यों का शपथ ग्रहण और फिर नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक हो जाएगी।
लखनऊ। प्रदेश में पंचायत चुनाव की मतगणना खत्म होने के बाद अब नव निर्वाचित ग्राम प्रधान व पंचों के शपथ ग्रहण और नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक के आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई है। राज्य के ग्रामीण इलाकों में लगातार फैलती जा रही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में गांव की नई सरकार के नवनिर्वाचित नुमाइंदे काफी अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव भी शीघ्र ही करवाए जाएंगे।
उम्मीद लगाई जा रही है कि अगले एक सप्ताह में नव निर्वाचित ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्यों का शपथ ग्रहण और फिर नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक हो जाएगी। उसके बाद गांव की सरकार के यह प्रतिनिधि गांव वालों को कोरोना संक्रमण से बचाने व अन्य विकास कार्यों को करवाने में जुट जाएंगे।
इस बीच मंगलवार को पंचायतीराज निदेशक किंजल सिंह ने जानकारी दी है कि उनके विभाग की तरफ से शासन को इस बारे में प्रस्ताव भेजा गया है। शासन को ही इस बारे में तारीख निर्धारित करनी है। उम्मीद है कि इस बारे में जल्द ही शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। इसी तरह अब जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के चुनाव भी जल्द सम्पन्न करवाए जाएंगे। चुने हुए जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य अपने बीच में से किसी एक को जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख चुनेंगे। मगर इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग की निगरानी में चुनाव करवाया जाएगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया की मानिद ही अब एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख का चुनाव लडने वाले उम्मीदवार नामांकन दाखिल करेंगे, फिर नामांकन पत्रों की जांच, उसकी वापसी के बाद चुनाव चिन्ह आवंटन और फिर प्रचार के लिए समय दिया जाएगा। इसके बाद मतदान करवाया जाएगा। इस मतदान में सिर्फ चुने हुए जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य ही मतदान कर सकेंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जिला पंचायत मुख्यालय और ब्लाक प्रमुख पद के लिए ब्लाक मुख्यालय पर मतदान करवाया जाएगा। खासतौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सियासी दलों की सरगर्मी काफी बढ़ी रहेगी।