योगी का डंडा देखते ही जागी पालिका और ढूंढ निकाला जख्मी हुआ गोवंश
नगरपालिका की टीम ने बछड़े को खोजकर उसकी मरहम पट्टी की और उसे गौशाला में भिजवाया
मुजफ्फरनगर। आमतौर पर कहा जाता है कि जब तक दबाव नहीं पड़ता तो गन्ना भी रस नहीं छोड़ता है। एकदम ठीक इसी तरह कार्य के प्रति उदासीन बनी हुई खतौली नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को योगी सरकार की ओर से जब कार्यवाही का डंडा दिखाया गया तो अचानक से नींद से जागे नगर पालिका के अधिकारियों ने उस बछड़े को ढूंढ निकाला जिसके ऊपर किन्ही असामाजिक तत्वों ने तेजाब डाल दिया था। नगरपालिका की टीम ने बछड़े को खोजकर उसकी मरहम पट्टी की और उसे गौशाला में भिजवाया।
दरअसल नगर में घूम रहे आवारा गोवंशों में शामिल एक बछड़े के ऊपर पिछले दिनों किसी असामाजिक तत्व ने तेजाब फेंक दिया था। जिससे बछड़ा काफी अधिक संख्या में जल गया था। लेकिन निरीह पशु होने की वजह से वह किसी चिकित्सक के पास खुद जाकर अपना इलाज नहीं करा सका। जिसके चलते वह नगर में इधर-उधर विचरण करता हुआ अपनी पीड़ा को झेलता हुआ घूमता रहा। हद तो उस समय हो गयी जब गाहे बगाहे राजनीति के चलते गाय प्रेम दिखाने वाले किसी भाजपाई अथवा किसी अन्य हिंदूवादी नेता को भी गोवंश की पीडा नही दिखाई दी।
बछड़े की पीड़ा पर जब नगर के एक युवा हर्ष रहेजा की निगाह पड़ी तो उसने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस मामले की शिकायत कर डाली। जिस नगर पालिका को नगर में तेजाब से जली अवस्था में घूम रहे बछड़े की कहीं भी आमद दिखाई नहीं दी थी, उसी बछडे को नगर पालिका परिषद के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से कार्यवाही का डंडा होते ही नगर में खोजबीन अभियान चलाते हुए उसे ढूंढ निकाला।
बृहस्पतिवार को नगरपालिका की टीम ने तेजाब के हमले से घायल हुए गोवंश की मरहम पट्टी की और उसे गौशाला में ले जाकर छोड़ दिया। उधर नगर पालिका परिषद की इस कार्यवाही के बाद जब कुछ फोटो सोशल मीडिया पर बछडे के इलाज के वायरल हुुए तो तुरंत कुछ ऐसे राजनीतिक लोग भी सक्रिय हुए जिन्होंने बछड़े के इलाज का श्रेय लेने का बीड़ा उठाया और इसी के चलते धड़ाधड़ फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाले गए।