नहीं आई एम्बुलेंस- महिला को चारपाई पर लेकर 7 किलोमीटर पैदल दौड़े परिजन
इलाज दिलाने के लिये बेटे और परिजनों ने उसे चारपाई पर लिटाकर सात किलोमीटर दूर खड़ी एम्बुलेंस तक पैदल पहुंचाया।
फतेहपुर। जनपद का दोआबा गांव की एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सोचकर लोग अचंबे में रह जायेंगे। दोआबा गांव की महिला जंगल में जा रही थी इसी दौरान पैर फिसल गया और कमर और शरीर पर चोट आ गई। परिजनों ने एम्बुलेंस को फोन किया। रास्ता के हाल बेहाल देखकर एम्बुलेंस चालक ने मना कर दिया। शिवकली को इलाज दिलाने के लिये बेटे और परिजनों ने उसे चारपाई पर लिटाकर सात किलोमीटर दूर खड़ी एम्बुलेंस तक पैदल पहुंचाया।
बता दें कि बब्बू का डेरा मजरे सरकंडी निवासी बेटन की वाइफ शिवकली जंगल में जाते वक्त कीचड़ में फिसलकर गिर गई। इस दौरान उसकी कमर एवं शरीर में कई जगह चोट आ गई। शिवकली के चोट ओन पर परिजनों ने एम्बुलेंस को फोन किया। एम्बुलेंस मरीज को लेने के लिये आ रही थी इस दौरान कच्चे और कीचड से दलदल हो रहे रास्ते को देखते हुए एम्बुलेंस चालक ने आने से मना कर दिया। एम्बुलेंस मरीज से लगभग 7 किलोमीटर दूरी थी। आसपास कोई अस्पताल न होने के कारण उन्हें मजबूरन बेटों और परिजनों ने शिवकली को चारपाई पर लिटा दिया और चारपाई उठाकर भागकर एंबुलेंस तक पहुंचे। परिजनों को यह भी डर सता रहा था कि कहीं एम्बुलेंस वहां से चली न जाये और शिवकली के इाज में देरी न हो जाये। इस दौरान बेटे राममिलन ने कहा कि गांव तक पक्का रास्ता नहीं होने की वजह से एम्बुलेंस एवं अन्य वाहन नहीं पहुंच पाते हैं, इसलिये मां का चारपाई पर लिटाकर और सात किलोमीटर दूरी खडी एम्बुलेंस का पास लाना पड़ा। परिजनों ने शिवकली को निजी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया है। डॉक्टर ने जांच कर बताया कि कमर में फैक्चर है, जिसका वह इलाज कर रहे हैं।