बोली नजमा- धर्म बदल सकते हैं पूर्वज नहीं- कण कण में बसे हैं भगवान राम

मुस्लिम महिलाओं के कल्याण के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने से काफी खुश हैं

Update: 2024-01-07 11:02 GMT

वाराणसी। मुस्लिम महिलाओं के कल्याण के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता नाजनीन अंसारी अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने से काफी खुश हैं। उधर उनकी सहयोगी नजमा ने कहा है कि हम धर्म बदल सकते हैं लेकिन पूर्वज नहीं, क्योंकि भगवान श्री राम हमारे कण कण में बसे हुए हैं।

रविवार को वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं के कल्याण के लिए काम करने वाला अपना मुस्लिम महिला फाऊंडेशन चलाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता नाजनीन अंसारी ने कहा है कि वह अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण और उसकी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी खुश हैं।

नाजनीन अंसारी की सहयोगी नजमा ने अयोध्या से राम ज्योति लाकर उन्हें वाराणसी के हिंदू एवं मुस्लिम परिवारों के बीच वितरित करने का ऐलान किया है। नाजनीन अंसारी का कहना है कि हम भगवान राम की ज्योति अयोध्या से काशी में लाकर यहां के हिंदू एवं मुस्लिम परिवारों के बीच वितरित करेंगे और उनसे आगामी 22 जनवरी तक इस ज्योति को निरंतर प्रज्वलित रखने की अपील करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता है कि भगवान राम हमारे पूर्वज नहीं है।

नजमा का कहना है कि भगवान राम हमारे कण-कण में बसे हुए हैं, हम सभी इस बात को अच्छी प्रकार से जानते हैं कि हम अपना धर्म बदल सकते हैं लेकिन अपने पूर्वजों को नहीं बदल सकते।

उन्होंने कहा है कि अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी, इससे ज्यादा खुशी की और क्या बात हो सकती है।

नाजनीन अंसारी का कहना है कि उन्होंने नफरत के उस दौर को भी देखा है जहां राम मंदिर का नाम लेना भी डरावना हो गया था और आज हम राम मंदिर के निर्माण के कारण पूरे देश के लोगों में खुशी भी देख रहे हैं।

मैं इससे खुद को बहुत खुश महसूस कर रही हूं।

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