कारीगरों एवं शिल्पकारों को मंच प्रदान करने हेतु सरकार प्रतिबद्ध

दीपावली का पर्व दस्तक देने को है जिसके कारण लोगों ने अपने घरों को सजाने के लिए अपनी पसन्द के मिटटी से निर्मित डिजाइनर दिये

Update: 2020-11-08 17:30 GMT

लखनऊ। खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर मेें माटीकला मेला-2020 का आयोजन किया जा रहा है। मेले में मिटटी से निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों की एक लम्बी श्रृंखला मौजूद हैं। साप्ताहिक अवकाश होने के कारण लोगों की भारी भीड़ प्रदर्शनी में उमड़ रही है। दीपावली का पर्व दस्तक देने को है जिसके कारण लोगों ने अपने घरों को सजाने के लिए अपनी पसन्द के मिटटी से निर्मित डिजाइनर दिये, मूर्तियों व बर्तन आदि की जमकर खरीदारी की।

अपर मुख्य सचिव एवं महाप्रबन्धक, माटीकला बोर्ड, डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में शिल्पकारों द्वारा मिटटी से निर्मित उत्पादों का कलात्मक प्रदर्शन सजीव रूप में किया गया, अपने समक्ष इलेक्ट्रिक चाक पर कुशल कारीगरों के हाथों बनाये जाने वाले मिट्टी के प्याले, कुल्हड़ एवं दिये आदि को बनता देखकर लोग काफी उत्साहित हुए। पारम्परिक कला से जुड़े कुशल कारीगरों एवं शिल्पकारों को इस तरह के मंच प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे न सिर्फ उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है बल्कि उनकी आमदनी के साथ ही उन्हें स्वरोजगार भी प्राप्त हो रहा है। विभिन्न जनपदों से आये कुम्हारों एवं शिल्पकारों ने बताया कि लखनऊवासियों द्वारा उनकी कलाकृतियों को न सिर्फ सराहा जा रहा बल्कि उनकी अच्छी बिक्री भी हो रही हैै। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लोगों में आज पारम्परिक कला के प्रति जागरूकता देखने को मिल रही है जो भविष्य के लिए माटीकला से जुड़े लोगों का उत्साहवर्धन कर रही है। मेले में आज लगभग रूपये 4.15 लाख की बिक्री की जा चुकी है एवं दिनांक 4 नवम्बर 2020 से अब तक का कुल क्रमिक योग लगभग रूपये 8.65 लाख हो गया है

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