जैन तीर्थ गिरनार के मुद्दे पर सांसद को दिया मांग पत्र

आदेशो को बहाल करने और वहां के प्रशासन के तानाशाही रवैये के संज्ञान लेते हुए शांतिपूर्ण व्यवस्था बहाल कराएगी।

Update: 2024-07-20 15:23 GMT

मुजफ्फरनगर। जैन एकता मंच,राष्ट्रीय द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार 20 जुलाई 2024 को अपने अपने क्षेत्रीय सांसद को गिरनार जैन तीर्थ पर हो रहे अन्याय के विरुद्ध मांग पत्र दिये जाने का कार्यक्रम तय था, जिसके तहत जैन समाज का प्रतिनिधि मंडल आज प्रातः बिजनोर सांसद चंदन चौहान के आवास पर पहुंचा। इस दौरान उन्होंने मांग पत्र इस आशय के साथ दिया कि वह जैन समाज की आवाज सरकार तक अवश्य पहुंचाएंगे। साथ ही सरकार गिरनार तीर्थ पर कोर्ट द्वारा दिये गये आदेशो को बहाल करने और वहां के प्रशासन के तानाशाही रवैये के संज्ञान लेते हुए शांतिपूर्ण व्यवस्था बहाल कराएगी।

जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने कहा कि जैन तीर्थ सम्मेदशिखर जी पर सरकार द्वारा लिये गये तानाशाही निर्णयों से उत्पन्न आंदोलन अभी पूरी तरह शांत भी नही हुआ था कि 22 वें जैन तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान की मोक्ष स्थली गुजरात के जूनागढ़ स्थित गिरनार तीर्थ पर मौजूद असामाजिक तत्वों द्वारा जैन श्रद्धालुओं पर हमले तेज हो गये है। उन्होंने कहा कि बार-बार हमले की घटनाओं से जानबूझकर सरकार व प्रशासन भी लगातार अनभिज्ञ बना हुआ है, जैन समाज मे सरकार की इस ओर अनदेखी व प्रशासनिक तानाशाही से अत्याधिक नाराजगी और आक्रोश बना हुआ है। गौरव जैन ने यह भी कहा कि जैन समाज के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय व उत्पीड़न अब बर्दाश्त नही किया जायेगा।

विश्व श्रमण संस्कृति श्री संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने बताया कि वह एक प्रतिनिधिमंडल के साथ हाल ही में नेमिनाथ भगवान के निर्वाण दिवस पर गिरनार तीर्थ की पांचवी टोंक पर निर्वाण लड्डू चढ़ाने के उद्देश्य से गिरनार यात्रा पर गये थे, जहां कुछ असामाजिक तत्व लगातार भय का माहौल बनाने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन का रवैया भी जैनो की ओर से काफी निराशाजनक था। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम इसीलिए आवश्यक हैं ताकि जैन समाज को आस्थानुसार पूजा अर्चना का अधिकार मिल सके।

जैन एकता मंच,राष्ट्रीय(रजि.) के प्रतिनिधि मंडल ने सामूहिक रूप से कहा कि समाज में व्याप्त नाराजगी व लगातार हो रहे अन्याय के विरुद्ध आवाज बुलंद करने की ओर 20 जुलाई 2024 का मांग पत्र देने का कार्यक्रम अभी शुरुआत है। उन्होंने कहा कि गिरनार पर अधिकार व न्याय के लिये इस आंदोलन को कितना भी बड़ा करना पड़े, वह लोकतांत्रिक तरीके से किया जायेगा ताकि जैन धर्मावलंबियों को न्याय मिले व गिरनार तीर्थ पर जैन धर्म/तीर्थ व सन्त के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

मांग पत्र देने वालो में मुख्य रूप से जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन, विश्व श्रमण संस्कृति श्री संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन, अमित जैन एडवोकेट, सुनील जैन, अजय जैन, अश्वनी जैन, आशीष जैन, नितिन जैन जोले वाले, नितिन जैन, विक्की जैन आदि लोग मौजूद रहे।

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