डोमेस्टिक पर्यटकों की दृष्टि से देश में यूपी अव्वल- मंत्री जयवीर सिंह
पर्यटन मंत्री की उपस्थिति में पर्यटन विभाग एवं वाराणसी विकास प्राधिकरण के मध्य एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की उपस्थिति में आज पर्यटन भवन के सभागार कक्ष में पर्यटन विभाग तथा वाराणसी विकास प्राधिकरण के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनायें हैं। इसी के दृष्टिगत आज यह समझौता किया गया है, जिससे कि पर्यटन को और अधिक बढ़ाया जा सके। उन्हांेने कहा कि आज गर्व का विषय है कि डोमेस्टिक पर्यटकों की दृष्टि से उ0प्र0 देश में प्रथम स्थान पर है। काशी कॉरिडोर बनने से पर्यटन के क्षेत्र में वाराणसी में गुणात्मक रूप से वृद्धि हुई है। छोटे-बड़े सभी व्यवसाय उन्नति कर रहे हैं। काशी मॉडल को अयोध्या एवं मथुरा में भी लागू किया जायेगा। काशी कॉरिडोर के तर्ज पर मथुरा में भी कॉरिडोर का निर्माण किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने में इस एमओयू से सहायता मिलेगी। निजी क्षेत्र के लिए पूंजी निवेश के द्वार खोले जाते हैं तो इससे न केवल प्रदेश में निजी पूंजी निवेश को आकर्षित किया जायेगा, बल्कि इससे रोजगार सृजन, पर्यटकों की संख्या में वृद्धि एवं सरकार को राजस्व की प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि राज्य पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत अनुमन्य लाभ एवं प्रोत्साहन भी निवेशकों को प्रदान किया जायेगा। पर्यटन उद्योग, उत्पादों एवं सेवाओं के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होने से पर्यटन के क्षेत्र में उ0प्र0 को एक उत्कृष्ट गन्तव्य के रूप में जाना जायेगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा योजना के संबंध में नालेज पार्टनर के रूप में परियोजना की ब्राण्डिंग, प्रचार-प्रसार एवं निविदा प्रपत्र तैयार किये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा तथा निवेश प्रोत्साहन को भी बढ़ावा दिये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 को पर्यटन की दृष्टि से आकर्षक प्रदेश बनाने के क्षेत्र में पर्यटन विभाग लगातार क्रियाशील है। वाराणसी धार्मिक एवं अध्यात्मिकता के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत से सम्पन्न है। यहां पर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। वाराणसी विकास प्राधिकरण की भूमिका महत्वपूर्ण है, इस एमओयू से राजस्व के साथ-साथ रोजगार के भी अवसर उपलब्ध होंगे।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा वाराणसी के विकास कार्यों के साथ-साथ काशी कॉरिडोर, वाटर स्पोर्टस गतिविधि, कू्रज, हॉट एयर बैलूून, भव्य गंगा आरती एवं टेण्ट सिटी विदेशी मेहमानों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। टेंट सिटी अक्टूबर से लेकर मई तक रहती है। बरसात बाद टेंट सिटी को स्टेबलिस किया जायेगा। काशी में लगभग स्थाई रूप से पर्यटक हॉट एअर बैलून का लुफ्त ले सकेंगे। जल क्रीडा की गतिविधियॉ भी शुरू की जायेगी। पर्यटन विभाग और वाराणसी विकास प्राधिकरण मिलकर वाराणसी में टेंट सिटी के विकास में भागीदार बनेगे। एक पर्यटक से 06 लोगांे को रोजगार मिलता है। उन्होंने कहा कि आने वाले पर्यटकों का आर्थिक रूप से दोहन न हो सके, इसके लिए विभाग पूरा प्रयास करेगा। पर्यटकों के हितों का पूरा ध्यान रखा जायेगा।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम, उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण अभिषेक गोयल, निदेशक, पर्यटन प्रखर मिश्रा, विशेष सचिव अश्वनी पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।