कोरोना का सितम- रात में कर्फ्यू-दिन में एक घंटा सड़कों पर सन्नाटा
कोरोना के चलते राज्य में स्कूल कॉलेज पहले से ही 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
चंडीगढ़। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को थामने के लिए की गई रात के कर्फ्यू की व्यवस्था के बाद अब दिन के समय 1 घंटे तक सड़कों पर वाहनों का दौडता रैला थामने का फैसला लिया गया है। कोरोना के चलते राज्य में स्कूल कॉलेज पहले से ही 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
शुक्रवार को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि कोरोना की रफ्तार को थामने के लिए रात में कफ्र्यू की व्यवस्था लागू की गई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए अब दिन में भी पाबंदियां लगाई गई है। अब राज्य में प्रातः 11.00 बजे से लेकर दोपहर 12.00 बजे तक 1 घंटे के लिए सड़कों पर वाहन नहीं दौड़ेंगे। सरकार की ओर से यह फैसला कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए लिया गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला अगले सप्ताह यानी सोमवार से पूरे राज्य भर में लागू होगा। सिनेमा हॉल अपनी पूरी क्षमता के बजाय 50 फीसदी क्षमता के आधार पर ही चलेंगे। मुंबई की तरह ही पंजाब सरकार ने भी माॅल्स को लेकर यह फैसला लिया है कि एक समय में माल के भीतर 100 से ज्यादा लोगों की एंट्री नहीं हो सकेगी। राज्य के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के लोगों से अपील की है कि घर में एक समय में 10 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी नहीं होनी चाहिए। अगले दो सप्ताह तक नागरिक किसी सामाजिक कार्यक्रम के आयोजन या उसमें जाने से बचें।
गौरतलब है कि राज्य के लुधियाना, पटियाला, जालंधर, मोहाली, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला, फतेहगढ़ साहिब, एसबीएस नगर, रोपड़ और मोगा में रात 9.00 बजे से अगले दिन की सुबह 6.00 बजे तक कर्फ्यू की व्यवस्था लागू की गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित 11 जिलों में रात का कर्फ्यू कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए लगाया गया है। इसके अलावा शादी और अंतिम संस्कार जैसे कार्यक्रमों को ही राज्य में आयोजित करने की इजाजत है। इनमे भी 20 से ज्यादा लोगों की भागीदारी पर रोक लगाई गई है।