अरबों रुपए के भूमि घोटाले के तार उत्तराखंड CM कार्यालय तक पहुंचे
अरबों रुपए के भूमि घोटाले के तार परत दर परत जुड़ते जुड़ते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के कार्यालय के भीतर तक पहुंच गए हैं
गाजियाबाद। ग्रेटर नोएडा के गांव चिटहेरा में हुए अरबों रुपए के भूमि घोटाले के तार परत दर परत जुड़ते जुड़ते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के कार्यालय के भीतर तक पहुंच गए हैं। भूमि घोटाले के संबंध में दाखिल किए गए दो मुकदमे में 2 आईपीएस अफसरों के साथ-साथ एक आईपीएस अफसर के रिश्तेदार को भी भूमि घोटाले के इस हाईप्रोफाइल मामले में आरोपी बनाया गया है। आरोपी बनाये गये अफसरो व अन्य लोगो के ऊपर आरोप लगा है कि ग्रेटर नोएडा के चिटहेरा गांव के 33 किसानों की वह जमीन इनके द्वारा जबरन खरीदी गई है जो उन्हें सरकार की ओर से वर्ष 1997 के दौरान पट्टे के रूप में फ्री में दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी भू माफिया यशपाल तोमर फिलहाल उत्तराखंड की जेल में बंद चल रहा है जबकि बाकी बचे अन्य आरोपियों के नामों को लेकर सरकार की ओर से जांच का सिलसिला चलाया जा रहा है।
मंगलवार को चिटहेरा में हुए जमीन घोटाले के तार परत दर परत एक दूसरे के साथ जुडते जुडते उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के कार्यालय तक पहुंच गए हैं। ग्रेटर नोएडा के चिटहेरा गांव में हुए अरबों रूपये के जमीन घोटाले को लेकर दो मुकदमे ग्रेटर नोएडा के दादरी स्थित पुलिस थाने में इसी महीने की 20 और 22 मई को दर्ज कराए गए हैं। पहला मुकदमा क्षेत्रीय लेखपाल शीतला प्रसाद की ओर से दर्ज कराया गया है जबकि दूसरा मुकदमा राजस्व निरीक्षक पंकज निरवाल की शिकायत पर पुलिस थाने में दर्ज किया गया है।
दोनों ही मामलों में यशपाल तोमर निवासी बागपत, त्रिदेव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नरेंद्र कुमार निवासी नई दिल्ली, चिटहेरा निवासी कर्मवीर एवं बैलू तथा कृष्णपाल, चेन्नई निवासी एम भास्करण, अलीगढ़ निवासी केएम संत उर्फ खचरे मल, दादरी के अकबरपुर निवासी गिरीश वर्मा तथा बिहार के पटना निवासी सरस्वती देवी 9 लोगों को नामजद किया गया है। इन सभी को आईपीसी की धारा 420 467 468 471 एवं 506 के अंतर्गत आरोपी बनाया गया है।