शिक्षिका अनामिका शुक्ला ने व्हाट्सएप के जरिए भेजा अपना इस्तीफा
शिक्षिका ने प्रयागराज से लेकर मुजफ्फराबाद ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी शिक्षिका की तैनाती पाई गई है।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के कासगंज में बेसिक शिक्षा विभाग को चकमा देकर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाली टीचर अनामिका शुक्ला नाम की महिला की गिरफ्तारी के बाद बड़े-बड़े खुलासे सामने आ रहे है। शिक्षिका ने प्रयागराज से लेकर सहारनपुर तक कई स्कूलों में एक साथ नौकरी की। सहारनपुर के मुजफ्फराबाद ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी शिक्षिका की तैनाती पाई गई है। वह भी बाकायदा दस्तावेजों के साथ। मामले का खुलासा हुआ है तो बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के होश उड़ गए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि अनामिका शुक्ला कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुजफ्फराबाद में पूर्णकालिक शिक्षिका थी। हैरत की बात तो यह है कि जिले से ही शिक्षिका ने वेतन के तौर पर करीब एक लाख रुपए से ज्यादा ले चुकी हैं। फर्जी अभिलेखों के आधार पर फर्जी तरीके से नौकरी पाएं जाने पर शिक्षिका अनामिका शुक्ला के विरुद्ध बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक आदित्य नारायण शर्मा ने जनकपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
शिक्षा विभाग ने इस खुलासे के बाद शिक्षिका को तलब किया है और अपने मूल दस्तावेजों के साथ सहारनपुर आने को कहा है। लेकिन वह सहारनपुर नहीं आई और उन्हाेंने व्हाट्सएप पर अपना इस्तीफा भेज दिया है।