जेल में बंद अध्यापक की अचानक मौत- परिजनों का प्रशासन पर आरोप
टीचर की मौत से परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।
बांदा। जेल में निरुद्ध अध्यापक की अचानक मौत हो जाने से परिजनों में हाहाकार मच गया। टीचर की मौत से परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।
दरअसल यह मामला उत्तर प्रदेश के बांदा के मंडल कारागार का है। बांदा में रहने वाले अजीत कुमार कुशवाहा एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक टीचर के पद पर तैनात था, जिस पर एक छात्रा द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाया गया था। इसके पश्चात अध्यापक को जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद से वह जेल में बंद था। इसी बीच अध्यापक की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक टीचर की मौत पर अब गुस्साएं परिजन जेल प्रशासन पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं और टीचर की मौत को एक हत्या और साजिश बता रहे हैं।
पिता वासुदेव का कहना है कि उनका बेटा बेकसूर था और जब रक्षाबंधन के दिन उसकी बहन राखी बांधने जेल गई थी तो उनका बेटा एकदम ठीक था और उसको किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। वहीं उन्होने यह भी कहा है कि आरोपो के चलते सोमवार को उनके बेटे की जमानत पर सुनवाई होनी थी, जिससे पहले ही बेटे की हत्या कर दी गई है।
मामले में परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब जेल प्रशासन का कहना है कि मृतक टीचर को रविवार के दिन अचानक हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मामले को लेकर जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आकाश का कहना है की बंदी अजीत को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इसके बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।