नो दिन चले अढ़ाई कोस- ED के ताबड़तोड़ छापे- 10 साल में केवल दो को सजा
उन्होंने पूछा था कि प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले 10 साल के भीतर कितने नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज की है?;
नई दिल्ली। मनी लांड्रिंग के मामलों को लेकर ताबड़तोड़ छापा मार कार्यवाही करते हुए आमतौर पर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले प्रवर्तन निदेशालय की रिजल्ट के मामले में हालात 9 दिन चले अढ़ाई कोस वाली रही है 10 साल के पीरियड में केवल दो ही मामलों में ईडी नेताओं को सजा दिला सकी है।
भ्रष्टाचार के मामलों का पर्दाफाश करने के लिए मनी लांड्रिंग के सिलसिले में ताबड़तोड़ छापा मार कार्यवाही करते हुए सांसदों, विधायकों तथा नेताओं पर मुकदमे दर्ज करने वाली प्रवर्तन निदेशालय की हालत दोष साबित करने के मामलों में अत्यधिक पीछे है। पिछले 10 साल के बीच परिवर्तन निदेशालय की ओर से 193 नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं लेकिन इनमें से केवल दो मामलों में ही दोष साबित हो सके हैं।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी की ओर से राज्यसभा में दी गई जानकारी में बताया गया है कि सांसदों, विधायकों तथा अन्य नेताओं पर मुकदमे दर्ज करने वाली ईडी की दर्ज हुए मामलों में दोष साबित होने की दर बेहद ही कम है।
उन्होंने बताया है कि पिछले 10 साल के भीतर ईडी द्वारा 193 नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं जिनमें से केवल दो नेताओं के खिलाफ भी दोष साबित हो सके हैं। हालांकि इस दौरान अन्य किसी को भी निर्दोष करार नहीं दिया गया है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद ए ए रहीम द्वारा राज्यसभा में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने पूछा था कि प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले 10 साल के भीतर कितने नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज की है? क्या विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्यवाही बड़ी है? कितनो को सजा हुई और कितने निर्दोष पाए गए हैं?