योगी पर रासुका लगाने की IPS को मिल रही है सजा-अमिताभ
योगी पर रासुका लगाने की सजा आईपीएस अधिकारी को मिल रही है।;
लखनऊ। पूर्व आईपीएस ऑफिसर अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी समाजसेविका नूतन ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर कहा है कि योगी आदित्यनाथ पर रासुका लगाने की सजा आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह को मिल रही है। बिना सूचना छुट्टी पर जाने के आरोप में 14 फरवरी 2019 को निलंबित कर दिए गए आईपीएस ऑफिसर जसवीर की बहाली पर अभी तक सरकार ने विचार नहीं किया है। अमिताभ ठाकुर ने जसवीर सिंह की बहाली की मांग करते हुए कहा है कि सरकार ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को भेजे गए पत्र में कहा है कि आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह ने वर्ष 2002 के दौरान एसपी महाराजगंज रहते समय योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई की थी। जिसमें तमाम दबाव पड़ने के बाद भी वह अपने फैसले पर अडिग रहे थे। इसी कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था। आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह पिछले ढाई वर्षाे से निलंबित चले आ रहे हैं। नियमानुसार आईपीएस अफसरों के खिलाफ सामान्य मामलों में अधिकतम 1 साल के निलंबन की कार्रवाई का प्रावधान है। भ्रष्टाचार के आरोप में भी 2 साल तक ही आईपीएस अधिकारी को निलंबित रखा जा सकता है। निलंबन का समय किन्हीं खास स्थितियों में ही बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह पर लगाए आरोप किसी भी प्रकार से भ्रष्टाचार से संबंधित नहीं है और न ही उनके द्वारा साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ किए जाने की कोई संभावना है। उन्हें नियमानुसार पूरा वेतन भी दिया जा रहा है। गौरतलब है कि एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह ने बताया था कि वर्ष 2002 में एसपी महाराजगंज रहते हुए उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर रासुका लगाने की संस्तुति की थी। जिसका खामियाजा उन्हें लंबे समय तक भुगतना पड़ा है। इस इंटरव्यू के बाद ही आईपीएस जसवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद से वह पंजाब के होशियारपुर में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी समाजसेविका नूतन ठाकुर ने प्रधानमंत्री से इस बाबत कार्यवाही किए जाने की मांग की है।