पूर्व गृहमंत्री ने ED के सामने पेशी से पहले किया ट्वीट
पीएमएलए के तहत चुनौती देने वाली मेरी याचिका सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने प्रवर्तन निदेशालय के सामने आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों का खंडन किया। करीब 11:40 बजे देशमुख अपने वकील और सहयोगी के साथ प्रवर्तन निदेशालय पहुंचे।
राकांपा नेता पांच बार समन को अनदेखा करने के बाद आखिरकार प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुये, जब बाम्बे उच्च न्यायालय ने समन को रद्द करने की मांग वाली याचिका को खारिज किया था।
प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से पहले उन्होंने ट्वीट कर 'सत्यमेव जयते' लिखा और फिर मीडिया से बात करते हुये आईपीएस अधिकारी सिंह द्वारा दिये गये बयान पर सवाल उठाये।
उन्होंने कहा,"जिस व्यक्ति ने मेरे खिलाफ फरार होने का मामला दर्ज कराया, मेरे मामले में मुख्य शिकायतकर्ता खुद फरार हो गया।"
उन्होंने कहा,"देश के नागरिक के रूप में, मैंने संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत अपने जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए अपने संविधान का सहारा लिया है। पीएमएलए के तहत चुनौती देने वाली मेरी याचिका सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है।"
वार्ता