3 डंपरों की टक्कर के बाद लगी आग - केबिन में फंसा कंडक्टर जिंदा जला
एक डंपर का कंडक्टर बाहर नहीं निकल पाया जिससे जिंदा जलकर उसकी मौत हो गई है।
कानपुर। साबुन बनाने का पाउडर लादकर ले जा रहे डंपर की सामने से आ रहे दूसरे डंपर के साथ आमने-सामने की टक्कर हो गई। इसी दौरान पीछे से आ रहा मोरंग लदा डंपर इन दोनों से टकराकर पलट गया और सड़क किनारे बनी खाई में गिर गया। टक्कर के बाद तीनों डंपर में आग लग गई। एक डंपर का कंडक्टर बाहर नहीं निकल पाया जिससे जिंदा जलकर उसकी मौत हो गई है।
रविवार को कानपुर से चलकर घाटमपुर की तरफ जा रहे साबुन बनाने के पाउडर लदे डंपर की घाटमपुर की ओर से आ रहे डंपर के साथ जोरदार भिड़ंत हो गई। आमने सामने की इस भिड़ंत के दौरान ही पीछे से मोरंग लादकर ला रहा डंपर भी इन दोनों से टकराकर पलट गया और सड़क किनारे बड़ी गहरी खाई में जा गिरा।
टक्कर लगने के बाद तीनों डंपर में आग लग गई। साबुन बनाने के पाउडर से लदे ट्रक में आग इतनी तेजी के साथ फैली कि उसका कंडक्टर बाहर नहीं निकल पाया। डंपरों में लगी आग को देखकर मौके पर इकट्ठा हुए आसपास के लोगों ने एक डंपर में फंसे ड्राइवर को तो किसी तरह से मशक्कत कर बाहर निकल निकाल लिया। लेकिन वह भी काफी झुलस गया।
डंपर के कंडक्टर को बचाने की हर संभव कोशिश की गई और वह मदद के लिए अंदर चीखता रहा। लेकिन आग इतनी तेजी के साथ फैली कि डंपर के भीतर फंसे कंडक्टर को बचाया नहीं जा सका और उसकी जिंदा जलकर ही मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे फायर फाइटर्स ने आग बुझाने के बाद डंपर के केबिन से कंडक्टर की जली हुई लाश निकाली। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने इस बात को लेकर प्रदर्शन किया कि हाईवे पर डिवाइडर नहीं होने से अक्सर यहां पर दुर्घटनाएं होती रहती है। एडीएम और एसीपी द्वारा भी एनएचएआई को इसके लिए चिट्ठी लिखी जा चुकी है।