फिल्लौर विरोध प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक किसान सभा के नेता पर हमला
पुलिस ने आरोपी भूपिंदर सिंह संघेड़ा निवासी फिल्लौर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।;
फगवाड़ा, पंजाब के फिल्लौर में डेमोक्रेटिक किसान सभा पंजाब के वरिष्ठ नेता कुलदीप सिंह फिल्लौर पर मंगलवार की देर रात को उनके आवास पर स्थानीय लंबरदार भूपिंदर सिंह संघेड़ा ने हमला कर घायल कर दिया। यह हमला उस प्रदर्शन के बाद हुआ जिसमें प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए फिल्लौर तहसीलदार का पुतला जलाया था।
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी संघेड़ा ने कुलदीप सिंह फिल्लौर के घर में जबरन घुसकर उनके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने कथित तौर पर नेता को चेतावनी दी कि अगर तहसीलदार के खिलाफ कोई और विरोध प्रदर्शन किया गया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हमले में कुलदीप सिंह घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए फिल्लौर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलने पर फिल्लौर थाना प्रभारी राजीव कपूर अस्पताल पहुंचे। पीड़ित के बयान के आधार पर आईपीसी की धारा 115(2), 333, 351(2) और 351(3) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपी भूपिंदर सिंह संघेड़ा निवासी फिल्लौर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
प्रदर्शन के दौरान संघेड़ा ने कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को अभद्र भाषा का प्रयोग करके भड़काने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें स्थिति को और बिगाड़ने से रोक लिया गया। डेमोक्रेटिक किसान सभा के नेताओं, जिनमें कॉमरेड जरनैल फिल्लौर, एडवोकेट संजीव भौरा और कुलजीत सिंह फिल्लौर शामिल हैं, ने बुधवार को इस हमले की कड़ी निंदा की है और प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर दोषियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया गया तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
ग्रामीण मजदूर संघ, कीर्ति किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान और मजदूर संगठनों और बलजीत सिंह, अजय फिल्लौर, डॉ. संदीप और गुरुनाम सिंह तगर जैसे अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा की है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अधिकारियों से विरोध नेताओं के खिलाफ हिंसा की ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।