बिजली विभाग में भ्रष्टाचार का खेल- रिश्वतखोर दो अवर अभियंता सस्पेंड

बिजली विभाग के दो अवर अभियंताओं की बर्खास्तगी के बाद अब महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

Update: 2023-03-30 07:48 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के महाप्रबंधक ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए रिश्वत मांगने के आरोपी दो अवर अभियंताओं को बाहर का रास्ता दिखाते हुए दोनों को बर्खास्त कर दिया है। बिजली विभाग के दो अवर अभियंताओं की बर्खास्तगी के बाद अब महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के महाप्रबंधक एम देवराज ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद शामली तथा राजधानी लखनऊ के बीकेटी में तैनात अवर अभियंता को बर्खास्त कर दिया है।

सस्पेंड किए गए दोनों अवर अभियंताओं के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप लगे हैं और कराई गई जांच में आरोपों की पुष्टि भी हुई है। सस्पेंड किए गए शामली के अवर अभियंता गांव दुल्लाखेड़ी स्थित विद्युत उपकेंद्र पर तैनात रहने के दौरान वर्ष 2019 के 17 जुलाई को शामली निवासी रणवीर सिंह ने ऊर्जा मंत्री से शिकायत करते हुए बताया था कि विद्युत उपकेंद्र दुल्ला खेड़ी पर तैनात जेई अशोक कुमार उससे एक लाख रुपए लेकर अवैध लाइन तैयार कर उसकी ट्यूबवेल को चलवा रहे हैं। मामले की शिकायत करने पर शिकायत कर्ताओं को परेशान भी किया जा रहा है।

सस्पेंड किए गए अवर अभियंता मौजूदा समय में मोदीनगर में तैनात हैं, जांच के दौरान आरोपों की पुष्टि होने पर अवर अभियंता के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है। दूसरा मामला मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के तहत लखनऊ के बीकेटी में तैनात अवर अभियंता ओमप्रकाश से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2022 की 28 मई को वायरल हुए वीडियो एवं ऑडियो के माध्यम से अवर अभियंता पर चेकिंग के दौरान उपभोक्ता से 20000 रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। इस मामले में भी आरोपों की पुष्टि होने के बाद बिजली विभाग के अवर अभियंता ओमप्रकाश की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।

Tags:    

Similar News