पेपर लीक होने और प्राकृतिक आपदा के मामले में कांग्रेस ने किया बहिर्गमन
बारहवीं की परीक्षा के पेपर लीक होने और ओलावृष्टि के कारण किसानों के परेशान होने के मामले में बहिर्गमन किया।
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के पेपर लीक होने और ओलावृष्टि के कारण किसानों के परेशान होने के मामले में बहिर्गमन किया।
शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि राज्य में इन दिनों दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के 'पेपर आउट' (गोपनीयता भंग होना) हुए हैं। ऐसा होने से विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह राज्य में अनेक जिलों में ओलावृष्टि हुयी है। किसान परेशान हैं। सर्वेक्षण का कार्य नहीं हो रहा है। राजस्व अधिकारी कर्मचारी पड़ताल पर हैं। सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। इसलिए विपक्षी सदस्य बहिर्गमन करते हैं। उनकी घोषणा के बाद कांग्रेस सदस्यों ने बहिर्गमन किया। इसके उपरांत संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता किसानों का दुख दर्द देखने मौके पर नहीं गया। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्य घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं और सदन का राजनैतिक उपयोग किया जा रहा है। इसके पहले प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य गौरीशंकर बिसेन ने राज्य कुक्कुट विकास निगम के एक अधिकारी का मामला उठाते हुए कहा कि उसके खिलाफ अनेक शिकायतें हुयीं, लेकिन वे बगैर जांच के ही नस्तीबद्ध कर दी गयीं। उन्होंने इन शिकायतों की जांच विधायकों की समिति से कराने की मांग की। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि संबंधित शिकायतों की जांच हुयी है।
इस बीच अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि प्रत्येक जांच में विधायकों को शामिल किया गया, तो अन्य काम नहीं हो पाएंगे। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने आरोप लगाया कि नौकरशाही एकतरफा कार्य कर रही है। संसदीय कार्य मंत्री मिश्रा ने कहा कि प्रश्नकर्ता सदस्य जिस भी व्यक्ति से जांच कराने की बात कहेंगे, वह सरकार स्वीकार करेगी। तभी श्री बिसेन ने भाजपा के सदस्य यशपाल सिंह सिसोदिया का नाम लेते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति में जांच करायी जाए। अध्यक्ष गौतम ने कहा कि सिसोदिया की मौजूदगी में इस मामले की शिकायत की जांच करायी जाएगी। इसके बाद प्रश्नकर्ता सदस्य संतुष्ट दिखे।