गजब-पद प्रतिष्ठा के लिए भाजपा नेता की दो पत्नियां आमने-सामने
यहां एक ही व्यक्ति की दो पत्नियां एक दूसरे को पछाडने के लिए आमने-सामने डटी हुई हैं।f
नई दिल्ली। गुजरात में उदघोषित स्थानीय निकाय चुनाव लगातार अपने रंग जमा रहा है और प्रदेश में सत्तारूढ भाजपा समेत राजनैतिक दल पूरे दमखम के साथ माहौल को अपने पक्ष में मजबूत करने में जुटे हुए है। उधर राज्य की पोरबंदर नगर पालिका के वार्ड नंबर तीन का मुकाबला भी अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है, क्योंकि यहां एक ही व्यक्ति की दो पत्नियां एक दूसरे को पछाडने के लिए आमने-सामने डटी हुई हैं।
कहते है कि राजनीति में कोई किसी का सगा नही होता। प्रतिष्ठा के चुनाव जीतने के लिए मतदाताओं की सहानुभूति की प्राप्ति की खातिर लोग अपने सगे संबंधियों की हत्या कराने की हद तक चले जाते है। ऐसा ही एक मामला गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में देखने को मिल रहा है। पोरबंदर नगर पालिका के लिए हो रहे चुनाव में पालिका के एक वार्ड में भाजपा नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केशुभाई सीडा की दो पत्नियां एक-दूसरे का मुकाबला करने के लिए चुनावी अखाड़े में आमने-सामने आकर डट गयी है। जहां एक तरफ उषाबेन सीडा जहां भाजपा की उम्मीदवार के रूप में चुनावी अखाडे में उतरकर ताल ठोक रही हैं तो वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता की दूसरी पत्नी शांताबेन सीडा कांग्रेस का हाथ थामकर अपनी सौतर के सामने दो-दो हाथ करने के लिए उनके सामने उतरी है।
दरअसल, पोरबंदर नगर पालिका के वार्ड नंबर तीन में भाजपा नेता की दो पत्नियों के आमने-सामने चुनाव लड़ने के बाद मुकाबला रोमांचक हो गया है। इस वार्ड में भाजपा नेता व पूर्व जिला पंचायत अघ्यक्ष केशुभाई सीडा की एक पत्नी उषा बेन पोरबंदर नगर पालिका के वार्ड तीन में भाजपा की उम्घ्मीदवार हैं, जबकि दूसरी पत्नी शांताबेन सीडा को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वैसे भाजपा नेता केशुभाई की दोनों ही पत्नियां चुनाव के मैदान में नई नहीं हैं। इससे पहले भी जहां उषाबेन जिला पंचायत की सदस्य रह चुकी हैं, तो वहीं दूसरी पत्घ्नी शांताबेन तहसील पंचायत की सदस्य रही हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही केशुभाई की दूसरी पत्नी शांताबेन ने उनके खिलाफ धमकी देने व घर में तोड़फोड़ को लेकर केस दर्ज करा दिया था।