नूंह व गुरुग्राम में हिंसा के बाद 5000 ने समेटा बोरिया बिस्तर- छोडा शहर

पिछले दिनों हुई हिंसा के बाद विशेष समुदाय के अधिकांश विक्रेता मिली धमकियों व घटनाओं के कारण अब अपने गृह नगर लौट गए हैं।

Update: 2023-08-08 11:14 GMT

चंडीगढ़। विश्व हिंदू परिषद की ब्रजमंडल यात्रा के दौरान 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह, सोहना एवं गुरुग्राम में हुई हिंसा का असर बाजारी कारोबार पर पडता हुआ दिखाई दे रहा है। गुरुग्राम शहर के प्रमुख बाजारों एवं सड़कों पर फल, सब्जियां, फास्ट फूड एवं अन्य सामान बेचने वाले वर्ग विशेष के कम से कम 5000 स्ट्रीट वेंडर या तो शहर छोड़कर चले गए हैं अथवा उन्होंने अपना व्यवसाय बंद कर दिया। मंगलवार को गुरुग्राम शहर में फेरी वालों के संगठन की ओर से जारी किए गए अनुमान के मुताबिक नूंह एवं गुरूग्राम आदि स्थानों पर पिछले दिनों हुई हिंसा के बाद गुरुग्राम के प्रमुख बाजारों एवं सड़कों पर फल, सब्जियां, फास्ट फूड एवं अन्य सामान की बिक्री करने वाले विशेष समुदाय के कम से कम 5000 स्ट्रीट वेंडर या तो शहर छोड़कर अपना बोरिया बस्तर समेटकर चले गए हैं अथवा उन्होंने अपना व्यवसाय बंद कर दिया है।


हॉकर्स एसोसिएशन ने पिछले दिनोें बादशाहपुर, सोहना एवं सेक्टर-70ं ए में हुई हिंसा से बाजार पर पडे असर की बाबत कहा है कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी एवं इटावा जैसे स्थानों से गुरूग्राम में रोजी रोटी कमाने की तलाश में आये थे। पिछले दिनों हुई हिंसा के बाद विशेष समुदाय के अधिकांश विक्रेता मिली धमकियों एवं छिटपुट घटनाओं के कारण अब अपने गृह नगर लौट गए हैं।Full View

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