बत्ती हूटर उतरवाने को लेकर मचे बवाल के बाद DM ने उजागर की बड़ी बात
यह कि बत्ती उतारते समय कोई भी अधिकारी उक्त वाहन में मौजूद नहीं था।
बाराबंकी। गाड़ी में सवार आईएएस के वाहन से बत्ती और हूटर को उतरवाने को लेकर मचे बवाल के बाद जिलाधिकारी की ओर से जारी किए गए बयान में इस बात का खंडन किया गया है कि जिस गाड़ी से बत्ती और हूटर उतरवाया गया है, उसमें कोई अधिकारी सवार था।
बृहस्पतिवार को बाराबंकी के जिलाधिकारी के निर्देश पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया है कि भारत समाचार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की गई खबर कि आईएएस की गाड़ी से पुलिस ने बत्ती उतरवायी, शीर्षक के अंतर्गत समाचार प्रसारित किया गया है कि बाराबंकी जिले में ड्यूटी से लौट रही आईएएस अफसर की गाड़ी बीच बाजार में रोककर पुलिस ने उसके ऊपर लगी बत्ती और हूटर उत
पुलिस जब आईएएस अफसर की बत्ती उतार रही थी तब उसमें बैठी मैडम आईएएस दिव्या सिंह ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बाराबंकी के रूप में अपना परिचय दिया, लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। घटना की जानकारी जब डीएम को मिली तो वह बेहद नाराज हुए और कप्तान ने फोरन हूटर व बत्ती उतारने वाले पुलिस अफसर को लाइन हाजिर कर दिया है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बाराबंकी की ओर से कहा गया है कि भारत समाचार द्वारा उक्त प्लेटफार्म पर प्रचारित इस खबर का जिला प्रशासन बाराबंकी इस आधार पर खंडन करता है कि दिव्या सिंह नाम की कोई आईएएस ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पद पर वर्तमान में जनपद में कार्यरत नहीं है। यह कि बत्ती उतारते समय कोई भी अधिकारी उक्त वाहन में मौजूद नहीं था।