महिलाओं के झुंड ने सेना पर बोला धावा- छुड़ा ले गई दर्जनभर उग्रवादी
तकरीबन डेढ़ हजार महिलाओं की भीड़ ने सेना के तलाशी अभियान को भी विफल कर दिया है।
नई दिल्ली। राज्य को जातीय हिंसा की आग में झोंकते हुए उथल-पुथल मचा रहे उग्रवादियों को पकड़कर ले जा रहे सुरक्षाबलों के जवानों पर महिलाओं के झुंड ने धावा बोल दिया और दर्जनभर उग्रवादियों को छुड़ाकर अपने साथ ले गई। तकरीबन डेढ़ हजार महिलाओं की भीड़ ने सेना के तलाशी अभियान को भी विफल कर दिया है।
रविवार को महिलाओं के 1 झुंड ने मणिपुर में सुरक्षाबलों पर धावा बोलकर 12 उग्रवादियों को छुड़ा लिया है। सुरक्षाबलों ने कहा है कि पकड़े गए उग्रवादियों को उस समय सेना को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब महिलाओं के नेतृत्व वाले करीब 1500 लोगों की भीड़ में सुरक्षाबलों के जवानों को घेर लिया और उनके तलाशी अभियान को विफल कर दिया।
सेना के एक प्रवक्ता ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि दिन के उजाले में सुरक्षाबलों के जवानों ने तलाशी अभियान चलाते हुए केवाईकेएल के दर्जनभर सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उनमें मोइरंगथेम तंबा उर्फ उत्तम भी शामिल था जो वर्ष 2015 में घात लगाकर किए गए हमले का मास्टरमाइंड था, इस हमले में 18 सैन्य कर्मियों की मौत हो गई थी।
जिस समय सेना के जवान दर्जनभर उग्रवादियों को पकड़ कर ले जा रहे थे तो थोड़ी ही देर बाद महिलाओं एवं स्थानीय नेताओं की अगुवाई में तकरीबन डेढ़ हजार लोगों की भीड़ ने ऑपरेशन वाले इलाके को घेर लिया और सुरक्षाबलों को ऑपरेशन को आगे बढ़ाने से रोक दिया। महिलाओं की आक्रमक भीड़ से बार-बार मौके से हटने की अपील की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। महिलाओं की आक्रामकता और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पकड़े गए उग्रवादी उन्हें वापस सौंप दिए गए। हालांकि सुरक्षाबलों ने इस दौरान बरामद हुए विस्फोटक एवं अन्य हथियार जप्त कर लिए हैं।