तीन कुंतल मूंगफली गटकने के बाद हाथ आए 359 बंदर- ऐसे फंसाए...
बंदरों के आतंक से परेशान पब्लिक को बचाने के लिए बंदरों को चार दिन के भीतर तीन कुंतल मूंगफली खिला दी गई, तब कहीं जाकर...
कानपुर। बंदरों के आतंक से परेशान पब्लिक को बचाने के लिए बंदरों को चार दिन के भीतर तीन कुंतल मूंगफली खिला दी गई। तब कहीं जाकर 359 बंदर जाल और पिंजरे में फंसाए जा सके हैं। बड़ी संख्या में बंदरों के पकड़े जाने की वजह से लोगों को राहत मिलती दिखाई दी है।
दरअसल महानगर में बंदरों के आतंक से परेशान पब्लिक की परेशानियों को जब सोशल मीडिया समेत अन्य संचार माध्यमों पर प्रमुखता के साथ उठाया गया तो हरकत में आए नगर निगम और वन विभाग के बीच तनातनी हो गई।
पब्लिक द्वारा आवारा आतंक मुहिम चलाये जाने पर नींद से जागे नगर निगम के सामने यह समस्या खड़ी हो गई कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में बंदर कैसे पकडे जाए? क्योंकि कई प्रयत्नों के बाद भी बंदर जाल में नहीं फंस रहे थे।
एक दो बंदर पकड़े भी गए लेकिन उन्हें भी साथी छुड़ा कर ले गए। अंत में कैटल कैचिंग टीम ने बंदरों को पकड़ने के लिए नया फॉर्म्युला अपनाया। जिसके चलते बंदरों को मूंगफली खाने का लालच देना आरंभ किया गया। इसका नतीजा यह रहा कि पिछले चार दिनों के भीतर 359 बंदर पकड़ लिए गए हैं। परंतु गिरफ्त में आने से पहले यह बंदर नगर निगम द्वारा खरीदी गई तकरीबन तीन कुंतल मूंगफली गटक गए हैं ।
जानकारी मिल रही है कि महानगर में तकरीबन बंदरों की संख्या 5000 के करीब है जो पब्लिक के लिए मुसीबत बने हुए हैं। बड़ी संख्या में इधर से उधर विचरण करते हुए घूमने वाले यह बंदर पब्लिक के घर में घुसकर फ्रिज से खाना निकाल कर खा जाते हैं और छत पर फैलाएं गए कपड़ों को तार तार कर देते हैं। इतना ही नहीं बंदरों की चपेट में आकर 66 लोगों के हाथ पैर भी टूट चुके हैं।