लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद में पिछली 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में सूरज पाल उर्फ भोले बाबा आज घटना की न्यायिक जांच कर रहे आयोग के सामने पेश हुआ। इस दौरान जनपथ मार्केट में लोगों के आवागमन को रोक दिया गया था।
बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में पिछली 2 जुलाई को आयोजित किए गए भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत होने के मामले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग के सामने बाबा सूरजपाल उर्फ भोले बाबा पुलिस के कड़े पहरे के बीच पेश हुआ है।
भोले बाबा की पेशी के दौरान जनपथ मार्केट के आवागमन को रोक दिया गया था और गेट पर पुलिस का कड़ा पहरा बैठा दिया गया था। भोले बाबा भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक का सहारा लेते हुए आयोग के सामने पेश होने के लिए जनपथ मार्केट पहुंचा था। तकरीबन 2 घंटे तक भोले बाबा से आयोग द्वारा पूछताछ की गई।
उल्लेखनीय है कि नारायण साकार हरि के नाम से खुद की पहचान कराने वाले सूरजपाल का नाम हाथरस जिले के सिकंद्राराऊ क्षेत्र के फूलवाई गांव में 2 जुलाई को हुए सत्संग भगदड़ के बाद हुई 121 लोगों की मौत के मामले की प्राथमिकी में आरोपी के रूप में शामिल नहीं है।एफआईआर में सूरजपाल का नाम नहीं होने को लेकर काफी हो हल्ला मचा था।