विधानसभा मेें अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया सत्ता पक्ष ने- अखिलेश
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाषा और आचरण का जो ह्रास दिखाई दे रहा है वह चिंतनीय है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाषा और आचरण का जो ह्रास दिखाई दे रहा है वह चिंतनीय है। आरोप-प्रत्यारोप और धमकी का इसमें कोई स्थान नहीं हो सकता है। जो राजनीति में हैं उन्हें विशेषकर सावधानी बरतनी चाहिए और सार्वजनिक जीवन की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।
लोकतंत्र के मंदिर विधानमण्डल में सार्वजनिक तौर पर जिस भाषा और व्यवहार का प्रदर्शन किया गया वह लोकतांत्रिक मान्यताओं की गरिमा को गिराने वाला है। लोकशाही में एकाधिकारी मानसिकता का प्रदर्शन अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अवांछनीय है।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि जब जनता की दिक्कतों के बारे में सवाल उठाते हैं और भाजपा से उनके वादो के बारे में जवाब मांगते है तो भाजपा भड़क जाती है। आखिर जनता का सामना करने से भाजपा क्यों कतराती है? जनता को डराने वाली भाजपा अब खुद चुनाव में जाने से पहले डर रही है।
लोकतंत्र में जनता के पास ही पूरी ताकत होती है और उसी के वोट से सरकारें बनती-बिगड़ती हैं। सत्ता के मद में जनता की अनदेखी करना भाजपा के लिए बहुत भारी पड़ेगा। भाजपा की दम्भी सरकार के दिन भी गिने-चुने रह गए हैं। उन्होंने दावा किया कि अगले साल विधानसभा चुनाव में जनता अपना निर्णय समाजवादी पार्टी के पक्ष में सुनायेगी।