सपा का आरोप- योगी सरकार में व्यवस्था बदहाल- 21 सितम्बर को देगी ज्ञापन
21 सितम्बर को कोरोना संकट काल में स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता आदि के सम्बंध में राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौपेंगी
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में तहसील स्तर पर प्रदर्शन करते हुए 21 सितम्बर 2020 को कोरोना संकट काल में स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितता , भ्रष्टाचार की शिकायतों और सरकारी उत्पीड़न में वृद्धि , बेहाल किसान , बेरोजगारी आदि के सम्बंध में राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौपेंगी ।
समाजवादी पार्टी ने प्रदेश के समस्त जिला, महानगर अध्यक्ष, निवर्तमान जिला , महानगर अध्यक्ष , सांसद,पूर्व सांसद ,विधायक, पूर्व विधायक, विधान परिषद सदस्य , पूर्व विधान परिषद सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, एंव सम्बद्ध प्रकोष्ठों के जिला , महानगर अध्यक्ष, विधानसभाध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष एवं समस्त नेताओ एंव पदाधिकारियों को सम्बोधित एक पत्र जारी करते हुए कहा कि कोरोना का कहर विकराल रूप धारण करता जा रहा है। भाजपा की राज्य सरकार इसकी रोकथाम में असफल साबित हुई है। कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं तथा उपचार नहीं मिल पा रहा है। अस्पतालों में कोरोना से मौतें थम नहीं रही हैं। समाजवादी सरकार के समय की 1090 और 181 महिला हेल्पलाइन जैसी सुविधाएं भी भाजपा सरकार खत्म करने जा रही है। अनियोजित लॉकडाउन के दौरान जो लाखों श्रमिक प्रदेश में अपने घर वापस आए, रोजगार के अभाव, आर्थिक तंगी, नौकरी न होने और कारोबार व्यापार बंदी से मजबूर होकर आत्महत्या कर रहे हैं। किसान, मजदूर, नौजवान, बुनकर, व्यापारी, छात्र, महिलाएं, अल्पसंख्यक सभी बदहाल हैं । लूट, हत्या, अपहरण की घटनाएं रोज ही घट रही हैं । महिलाओं - बच्चियों से दुष्कर्म और विपक्ष खास कर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के मामलों में सरकार संवेदनशून्य रवैया अपनाती है।
पार्टी ने पत्र में लिखा कि उत्तर प्रदेश में अराजकता और जंगलराज का बोलबाला है। अपराधी बेखौफ हैं और जनता के जानमाल की सुरक्षा में पुलिसतंत्र विफल है। प्रदेश में फर्जी एनकाउण्टर और हिरासत में मौतों का सिलसिला चालू है। मंहगाई चरम पर है। स्कूल कालेज बंद हैं छात्रों का भविष्य अंधकार में है । सरकार आरक्षण भी खत्म करने की साजिश कर रही है। इसलिए अपने सैकड़ों साथियों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं के साथ तहसील मुख्यालय में शारीरिक दूरी रखते हुए एकत्र होकर राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सम्बन्धित अधिकारी के माध्यम से देने का कष्ट करें । पार्टी ने कहा कि ज्ञापन में सभी लोग अपनी क्षेत्रीय समस्याएं भी जोड़ सकते हैं।