न बचेंगी बेटियां, न पढेंगी बेटियां ये होना चाहिए भाजपा का नारा- रालोद

डॉकटर बनना चाहती थी पीलीभीत की एक छात्रा जिसके 10 वीं में 73 मार्क्स थे, उसका भाई भी इंजीनियर हैं

Update: 2021-11-15 10:50 GMT

नई दिल्ली। रालोद ने सोशल मीडिया ट्वीटर एकाउटं पर ट्वीट करते हुए कहा कि 'न बचेंगी बेटियां, न पढेंगी बेटियां' उत्तर प्रदेश के मौजूदा हालात तो यही बयां कर रहे हैं। पढ़-लिख कर डॉक्टर बनने की चाह रखने वाली पीलीभीत की मासूम की पहले बलात्कार और फिर निर्ममता से हत्या कर दी जाती है, लेकिन प्रशासन गूंगा बहरा होकर बैठा है। डॉकटर बनना चाहती थी पीलीभीत की एक छात्रा जिसके 10 वीं में 73 मार्क्स थे, उसका भाई भी इंजीनियर हैं। इंजीनियर भाई ने कहा कि ये मेरी बहन के सपनो का गैंगरेप और हत्या हुई हैं।

रालोद ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हर रोज ऐसी ख़बरों को देखने के बाद भी चेन की नींद ले रहे हैं। बेटियों को जनता पढ़ा लेगी मुख्यमंत्री जी लेकिन आपके इस कुशासन में इन्हें बचाना कैसे है, आप ये बता दीजिये गृहमंत्री जी, इस बच्ची ने तो गहने भी नहीं पहने थे फिर भी आपके मुख्यमंत्री के तथाकथित उत्तम प्रदेश में दिन दहाड़े ऐसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया जाता है। आखिर कब तक महिलाओं पर ऐसे अत्याचार होते रहेंगे। आखिर कब सरकार झूठे दावे छोड़ यूपी की कानून व्यवस्था पर ध्यान देगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पाँव रखते ही मुख्यमंत्री के पास मुद्दे ख़त्म हो जाते हैं। वे सिर्फ दंगे, पलायन जैसे मुद्दों पर बात करते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की संस्कृति को समझते नहीं हैं आदित्यनाथ, वे सिर्फ मनगढ़ंत बातें करना जानते हैं।



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