सफलता दोहराने की तैयारी में भाजपा
निर्वाचन आयोग ने कहा कि परंपरा, मतदान की तारीखों में अंतर और मौसम सहित विभिन्न कारकों पर विचार के बाद यह फैसला लिया गया
नई दिल्ली। इस वर्ष दो राज्यों में विधान सभा के चुनाव होने हैं। इनमें एक राज्य है हिमाचल प्रदेश और दूसरा है गुजरात। हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीख घोषित कर दी गयी है। अगले महीने अर्थात 12 नवम्बर को मतदान होगा। गुजरात में अभी चुनाव की तारीख घोषित नहीं की गयी है लेकिन शीध्र ही उसकी भी घोषणा हो जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग ने शायद इसीलिए हिमाचल प्रदेश में मतगणना की तारीख 8 दिसंबर तय की है। वर्ष 2017 में हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी। राज्य विधान सभा की 68 सीटों में से 44 पर भाजपा को विजय श्री हासिल हुई थी जो लगभग दो-तिहाई बहुमत है। पार्टी ने उस समय लगभग अचर्चित चेहरे जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया था जिन्होंने संगठन और सरकार में बेहतर समन्वय बनाकर रखा। राज्य में डबल इंजन की सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं जिनका प्रभाव भी दिखना शुरू हो गया है। तत्कालीन सत्तारूढ कांग्रेस को जनता ने ठुकरा दिया था जिसका मुख्य कारण पार्टी के अंदर की कलह थी। कांग्रेस को सिर्फ 21 विधायक मिल पाये थे। इसबार कांग्रेस सत्ता को वापस पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। इसलिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सफलता दोहराने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इस बार के चुनाव में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी मैदान में डटी है। इससे गैर भाजपाई वोटों का विभाजन हो सकता है। इसका लाभ जयराम ठाकुर की पार्टी को मिलेगा। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों हिमाचल में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी थी। राज्य में भाजपा प्रभारी अविनाश राय खत्री और चुनाव प्रभारी सौदान सिंह भी जीत के प्रति आश्वस्त है। दूसरी पार्टियां जहां वादों की झड़ी लगा रही हैं वहीं भाजपा ने कोई वादा नहीं किया। केवल राज्य व केन्द्र सरकार की उपलानियां ही जनता के सामने रखी जाएंगी।
निर्वाचन आयोग ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान कर दिया है। इस पहाड़ी राज्य में एक ही चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी। इस घोषणा के साथ ही हिमाचल में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में भी विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन इसके लिए तारीखों की घोषणा फिलहाल चुनाव आयोग की ओर से नहीं की गई है। हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा न करने पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि परंपरा, मतदान की तारीखों में अंतर और मौसम सहित विभिन्न कारकों पर विचार के बाद यह फैसला लिया गया। आयोग ने कहा कि कई राज्यों में चुनावों की घोषणा से कुछ के परिणामों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है वहीं आचार संहिता की अवधि भी लंबी हो जाती है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमारा प्रयास है कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विकलांगों, सभी की सशक्त रूप से चुनाव में भागीदारी हो। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभनमुक्त चुनाव कराने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कुछ पोलिंग स्टेशन ऐसे होंगे जो केवल महिलाओं के द्वारा ही संचालित होंगे। हर विधानसभा में एक पिंक बूथ होगा- इसका मतलब है कि उस बूथ में पूरा स्टाफ महिलाओं का होगा। महिलाओं के सशक्तीकरण को दर्शाने के लिए हम ऐसा कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि हमारा प्रयास है कि वोटरों के लिए दो किमी के दायरे में पोलिंग बूथ जरूर हो। आयोग ने हमेशा से मीडिया को चुनावी प्रक्रिया का सहयोगी माना है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में फिलहाल बीजेपी सत्ता पर काबिज है। राज्य में विधानसभा की 68 सीटें हैं और यहां बहुमत का आंकड़ा 35 है। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2017 में हुए 68 सीटों पर विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 44 जबकि कांग्रेस को 21 सीटें हासिल हुई थीं। तीन सीटें अन्य के खाते में गई थीं। हिमाचल की 68 सीटों में से 48 सामान्य वर्ग, 17 अनुसचित जाति और 3 अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
राज्य में चुनाव की तैयारियां बहुत पहले से चल रहा है। अभी 13 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के अपने दौरे के दौरान ऊना जिले में एक बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी. उन्होंने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी)- ऊना को भी राष्ट्र को समर्पित किया और ऊना जिले के अंब अंदोरा से नयी दिल्ली के लिए नयी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। मोदी ने साल 2017 में आईआईटी- ऊना की आधारशिला रखी थी। मोदी ने हरोली में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी, जिसे 1,900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जाएगा। यह पार्क एपीआई (दवा के चिकित्सकीय गुणों के लिए जिम्मेदार यौगिक) आयात पर निर्भरता घटाने में मदद करेगा। इससे लगभग 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने और 20,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने नयी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। यह देश में शुरू की गई चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है और पहले की तुलना में एक उन्नत संस्करण है, जो बहुत हल्की होने के साथ-साथ कम अवधि में तेज रफ्तार पकड़ने में सक्षम है. यह ट्रेन महज 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। प्रधानमंत्री के ऊना के पेखुबेला हेलीपैड पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी का हिमाचल प्रदेश का यह नौवां दौरा था।।
हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा कांगड़ा की सभी सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा के कई कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल होने के लिए संपर्क कर रहे हैं और भाजपा में उन्हीं नेताओं को लिया जाएगा जो बिना किसी प्रलोभन के शामिल होंगे। खन्ना ने कहा कि सत्ता का रास्ता कांगड़ा से गुजरता है और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का पूरा ध्यान कांगड़ा में है। भाजपा का संगठन पहले से काफी मजबूत हुआ है और इसी संगठन और कार्यकर्ताओं के दम पर भाजपा की वापसी होगी। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों की रिपोर्ट उनके पास है और रिपोर्ट के आधार पर ही इस बार टिकटों का आवंटन होगा। कांगड़ा के ब्रजेश्वरी देवी मंदिर मे पूजा अर्चना करने के बाद 14 अक्टूबर खन्ना ने कहा कि प्रदेश का ऐसा कोई विधानसभा क्षेत्र नहीं है, जहां कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई न हो। कांग्रेस के सभी बड़े नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते है। भाजपा जयराम के नेतृत्व में दोबारा सता हासिल करेगी। इस दौरान प्रदेश भाजपा सचिव वीरेंद्र चौधरी की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना से मिला और पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम से ऋण पर ब्याज माफी को लेकर उन्हें अवगत करवाया। इसके साथ ही बूथ स्तर पर कैसी तैयारी हुई है, यह भी बताया। (हिफी)