अभिनेता बाबू मोहन ने भाजपा व विस चुनाव प्रचार से किया किनारा
बाबू मोहन ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी में अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा।
हैदराबाद। दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता और पूर्व मंत्री बाबू मोहन ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी से अलग होने और 30 नवंबर को होने वाले आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनावों के प्रचार में शामिल होने से किनारा करने की घोषणा की।
हैदराबाद में मीडिया को संबोधित करते हुए, भाजपा नेता ने पिछले पांच वर्षों में पार्टी के लिए अपनी समर्पित सेवा पर प्रकाश डाला। उन्होंने टिकट आवंटन को लेकर पार्टी के रूख पर असंतोष व्यक्त किया, विशेषकर अपने बेटे के संदर्भ में। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के क्रियाकलापों का कारण उनके और उनके बेटे के बीच तनाव उत्पन्न हो गया तथा उन्होंने पार्टी से योग्यता के आधार पर टिकट देने का आग्रह किया।
बाबू मोहन ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी में अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा और इसे उन्होंने अपने भाजपा छोड़ने के निर्णय का कारण बताया क्योंकि उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा।
उन्होंने दावा किया कि शुरुआती उम्मीदवारों की सूची से उन्हें बाहर रखने की गलत सूचना प्रदान की गई और कहा कि केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना राज्य भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी के साथ-साथ भाजपा महासचिव बंडी संजय ने उनके फोन का कोई जवाब नहीं दिया और उन्हें हाशिए पर डाल दिया।