जन्मदिन विशेष- हिन्दुत्व के सजग प्रहरी है अजय त्यागी
हिन्दू युवा वाहिनी में एक योद्धा के रूप में कार्य रहे है, जिनका नाम है अजय त्यागी
मुजफ्फरनगर। हिन्दू युवा वाहिनी उत्तर प्रदेश का जाना माना हिन्दूवादी संगठन है। जिसकी आधारशिला स्वयं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के द्वारा रखी थी। जनपद मुजफ्फरनगर में हिन्दू युवा वाहिनी मजबूत हिंदूवादी संगठन के रूप में पहचान रखती है। इसी संगठन का एक मजबूत चेहरा है, जिसने हिन्दुत्व के मजबूत चेहरे के रूप अलग ही पहचान बनाई है। समाज सेवा से शुरुआत करने के बाद हिन्दू युवा वाहिनी में एक योद्धा के रूप में कार्य रहे है, जिनका नाम है अजय त्यागी, जो वर्तमान में हिन्दू युवा वाहिनी मुजफ्फरनगर के महानगर अध्यक्ष है। अजय त्यागी का जन्म 24 जून 1983 को गांव खाईखेडी, ब्लाॅक पुरकाजी जिला मुजफ्फरनगर में हुआ। चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय मेरठ से स्नातक डिग्री प्राप्त करने के बाद, इन्होने समाज सेवा को ही अपना लक्ष्य माना।
इनके पिता धर्मवीर सिंह स्वभाव से ही बड़े निर्मल व्यक्ति थे , सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ कर हिस्सा लेना इनकी प्रथम रूचि में शामिल रहा तथा गरीब व्यक्तियों के प्रति मोह इनके व्यक्तित्व को और भी अधिक प्रभावशाली बनाता था। अजय त्यागी भी पिता के रास्ते पर ही चल पडे। अपने पिता द्वारा किये जाने वाले सामाजिक कार्यों से प्ररेणा लेते हुए, अजय त्यागी ने भी बचपन से ही सामाजिक कार्यों में हिस्सा लिया। अजय त्यागी बताते है कि हिन्दू युवा वाहिनी में आने की प्रेरणा उन्हे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली। उनके द्वारा की जाने वाली हिन्दुत्व की रक्षा ने उनको बहुत ही प्रभावित किया वो कहते कि योगी आदित्यनाथ द्वारा गाय को माता का दर्जा देने की कोशिश से में बहुत प्रभावित हूं। पूर्वांचल में जो गरीब लोग एव उनके बच्चों के लिए दवाईयों की व्यवस्था वो कराते थे वो आज पूरे प्रदेश में लागू है। 2001 से सामाजिक कार्यो से जुडे अजय त्यागी का कहना है कि हिन्दूओं की आवाज बुलन्द करना ही मेरा प्रथम उददेश्य था है और रहेगा। मै मरते दम तक एक हिन्दुत्व के सजग प्रहरी के रूप में कार्य करूंगा।
अजय त्यागी ने छात्र रहते हुए छात्रों के हितों के लिए विभिन्न प्रकार के आंदोलनों में भी हिस्सा लिया जैसे छात्र राजनीति में वर्ष 1998 में जैन इण्टर काॅलिज मे गरीब बच्चों के फीस माफी के लिये एंव प्रतिशत के आधार पर एडमिशन के लेने के लिये लड़ाई लडी और अपने इस आंदोलन में छात्रों को सफलता दिलाने में कामयाबी हासिल की। इसी प्रकार से कुछ अध्यापक बच्चों को टयूशन पढने के लिये क्लास में अधिक प्रोत्साहित करते थे। जिसके खिलाफ अजय त्यागी ने आवाज उठाई कि अध्यापक कक्षा में पढाई पर ध्यान नही दे रहे है और बच्चो को नही पढा रहे है बल्कि उन्हे टयूशन पढने के लिये प्रेरित करते है। जिसके कारण अध्यापकों के खिलाफ आवाज उठाने के कारण अजय को ही स्कूल से निकाल दिया गया मगर अपना पक्ष सुशीला अग्रवाल के समक्ष रखने के कारण जो उस समय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय मे कार्यरत थी, अजय को बहाल कर दिया था। हर वर्ष में दो बार स्वतंत्रता दिवस और गणंतत्र दिवस के अवसर पर प्रत्येक युवा में देश भक्ति की भावना जाग्रत करने के लिये हिन्दू युवा वाहिनी के बैनर तले तिरंगा यात्रा का आयोजना किया जाता है जो शहर के मुख्य मार्गो से निकाली जाती है। इसका पूरा पूरा श्रेय अजय त्यागी व उनकी सम्पूर्ण टीम को किया जाता है।