प्रमोद महाजन से मुलाकात और उमेश मलिक की राजनीति में हुई एन्ट्री

राजनैतिक हस्ती से मुलाकात और विधायक बनने की ऐसी ही एक कहानी है बुढाना विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक उमेश मलिक की;

Update: 2020-02-28 14:11 GMT

मुजफ्फरनगर। सफर करने वालों के साथ में बैठे हमसफर से बातचीत के दौरान दोस्ती होने के किस्से तो अक्सर सुनने को मिलते रहते है, मगर हवाई जहाज के सफर में बड़ी राजनैतिक हस्ती से मुलाकात और उसकी प्रेरणा से पहले राजनीति में एन्ट्री और फिर विधायक बनने की ऐसी ही एक कहानी है मुजफ्फरनगर की बुढाना विधानसभा सीट से भाजपा के फायर ब्रांड विधायक उमेश मलिक की।

क्या था पूरा प्रकरण आइये जानते है खोजी न्यूज की खास खबर में

आज से 25 साल पहले यानि साल 1995 को मुजफ्फरनगर जनपद के गांव डुगंर का एक नौजवान उमेश मलिक जिसने मेरठ यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव लडकर राजनीति में आने की तो कोशिश  की, मगर चुनाव किसी कारणवश  नही हो पाये और उस नौजवान उमेश मलिक ने सियासत से किनारा कर लिया। इस दौरान कई साल बीत गये मगर उस नौजवान ने राजनीति से दूरी बनाए रखी। वह नौजवान उमेश मलिक एक दिन दिल्ली से  हवाई जहाज का टिकट लेकर मुम्बई घूमने जा रहे थे। इसे इत्तेफाक कहें या छात्र नेता बनकर राजनीति में आने का सपना अधूरा छोड़कर अन्य राह पर जाने का प्लान बनाने वाले उमेश मलिक का उत्तर प्रदेश  की विधानसभा में जाना किस्मत में लिखा होना। इस यात्रा के दौरान उमेश मलिक के बराबर की सीट पर उस समय के भाजपा के कद्धावर नेता प्रमोद महाजन बैठे हुए थे। बातचीत का सिलसिला शुरू  हुआ तो प्रमोद महाजन से उमेश मलिक ने पूछा आप तो प्रमोद महाजन जी है ना। जवाब हां मे मिला तो उमेश मलिक का साहस बढ़ा और कहा आप तो बड़े नेता हो, मै भी राजनीति में आना चाहता था मगर अब इरादा त्याग दिया है। उमेश मलिक प्रमोद महाजन से बोले मैनें मेरठ काॅलेज से चुनाव लडा था मगर चुनाव नही हुए तो काॅलेज में डिप्टी प्राक्टर के रूप में काम किया है। मेरी इच्छा भाजपा में रहकर काम करने की है मगर कर नही पा रहा हूं। इस पर प्रमोद महाजन ने कहा आपकी पर्सनल्टी बहुत अच्छी है राजनीति में आकर समाजसेवा करो। जब समाजसेवा करोगे तो राजनीति में अपने आप आगे बढ़ जाओगे।


  उमेश मलिक कहते है प्रमोद महाजन जी से उस मुलाकात में मै उनसे बहुत प्रभावित हुआ। उन्होंने पहली ही भेंट में मुझे मुम्बई में अपने घर का पता और फोन नम्बर दिया और कहा कि मुझसे मिलते रहना। मुम्बई में घूमने के बाद जब उमेश मलिक का घर वापसी का समय हुआ तो वह प्रमोद महाजन से मिलने उनके आवास पर गये। मुलाकात के दौरान प्रमोद महाजन बडी आत्ममियता से मिले और उन्होंने उमेश मलिक को राजनीति में आने को प्रेरित किया और कहा कि मुझसे दिल्ली में मुलाकात करते रहना। उमेश मलिक बताते है कि पहली ही भेंट में प्रमोद महाजन जी ने जिस तरह मेरा उत्साहवर्धन कर राजनीति की तरफ मेरा मन बनाया वो मै कभी नही भूल पाता हूं। उसके बाद उमेश मलिक जब भी सम्भव होता था प्रमोद महाजन से मुलाकात करके राजनीति के टिप्स जानते रहते थे। 1995 से राजनीति में आने की शुरूआत के बाद 22 अप्रैल 2006 को जब प्रमोद महाजन की मृत्यु हो गई तब तक उमेश मलिक लगातार उनके सम्पर्क में रहे।

विधायक उमेश मलिक कहते है कि प्रमोद महाजन जी के साथ की पहली यात्रा मै कभी नही भूल सकता हूं।

Tags:    

Similar News