गोकशी को लेकर बवाल-गांव वालों की पुलिस से झड़प, लगाया कर्फ्यू
घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर बवाल खड़ा हुआ, पुलिस और आंदोलनकारी ग्रामीणों के बीच हुए संघर्ष के बाद 2 गांव में कर्फ्यू लगा
हनुमानगढ। गोकशी की घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया। पुलिस और आंदोलनकारी ग्रामीणों के बीच हुए संघर्ष के बाद 2 गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ पूरे इलाके में पुलिस को बड़ी संख्या में तैनात कर दिया गया है। मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन द्वारा संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पथराव एवं लाठीचार्ज की घटना में पुलिस और कई आंदोलनकारी घायल हुए हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में तकरीबन 4 दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।
चिड़िया गांधी गांव में 21 जुलाई को हुई गोकशी की घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। गोकशी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे ग्रामीणों की खदेडे जाने के दौरान पुलिस के साथ झड़प हो गई। आंदोलनकारियों को धरना स्थल से खदेड़ने की इस घटना के बाद माहौल बिगड़ गया। जिसके चलते ग्रामीणों द्वारा रैली निकाली गई। पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में ग्रामीणों के ऊपर लाठीचार्ज कर दिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
बाद में हुए पथराव और लाठीचार्ज के पश्चात आंसू गैस के गोले छोड़े गए। हालात ऐसे बन गए कि प्रशासन को 2 गांव गांधी बड़ी एवं चिड़िया गांधी में कर्फ्यू लगाना पड़ा। यहां पर इंटरनेट सेवाएं भी प्रशासन द्वारा बंद कर दी गई है। पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में 43 लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के अलावा अन्य कार्यवाही भी की है।
पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हुए लाठीचार्ज एवं पथराव में बिरानी थाना अधिकारी ओमप्रकाश सुथार के सिर पर चोट लगी है, जबकि ग्रामीण भी चोटिल हुए हैं। संघर्ष की सूचना पर नथमल डिडेल और एसपी डॉक्टर अजय सिंह भी गांधी बाड़ी पहुंचे। आसपास के कई थानों की पुलिस एवं पुलिस लाइन से अतिरिक्त फोर्स बुलाकर क्षेत्र में तैनात कर दी गई है।