कार्यशाला, सेमीनार एवं व्याख्यानमाला का ऑनलाइन आयोजन किया जाना आवश्यक है-मिश्र
कोरोना महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी हैं। ऎसी स्थिति में देश के इंजीनियर्स पर महती जिम्मेदारी है
जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में इंजीनियरिंग संकाय के विद्यार्थियों में तकनीकी दक्षता बढाने हेतु कार्यशाला, सेमिनार एवं व्याख्यानमाला का ऑनलाइन आयोजन किया जाना आवश्यक है।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज यहां राजभवन से दि इस्टीटयूशन ऑॅफ इंजीनियर्स द्वारा आयोजित 53 वें इंजीनियर दिवस समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में तकनीकी दक्षता का विकास होगा। नवाचार होेंगे तथा राज्य को इसका लाभ मिलेगा। दि इस्टीटयूशन ऑॅफ इंजीनियर्स को बदलती हुई स्थितियों पर अनुसंधान करना होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी हैं। ऎसी स्थिति में देश के इंजीनियर्स पर महती जिम्मेदारी है। हमें देश को मजबूत बनाना है। देश की प्रतिभाओं को आगे बढाना है। उनके द्वारा किये गये कार्यो को समाज और देश के सामने लाना होगा। हमें लोकल को प्राथमिकता देनी होगी। लोकल के लिए वोकल होना ही होगा। लोकल को ग्लोबल बनाने के प्रयास करने होंगे।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि स्थानीय प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराने होंगे ताकि स्थानीय स्तर पर ही उत्पाद तैयार हो सके। इंजीनियर्स का दायित्व है कि वे उत्पादन की पूरी प्रक्रिया को सामाजिक, आर्थिक और विज्ञान की दृष्टि से सभी पहलुओं का परीक्षण कर लें ताकि यह लोकल उत्पाद ग्लोबल बन सके। श्री मिश्र ने कहा कि कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया है। गांवों में रोजगार के साधन सुलभ कराने होंगे ताकि गांवों से लोगों का रोजगार के लिए पलायन न हो सके। हमें गांवों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उघोग धन्धों को बढावा देना होगा।
रामसिंह
वार्ता