अंतिम संस्कार के लिए जब किसी ने नहीं बढ़ाया हाथ तो खाकी ने दिया साथ
मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने मदद का हाथ आगे बढ़ाते हुए हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शव का अंतिम संस्कार कराय।
सहारनपुर। भाई की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए पैसे देने को जब किसी ने मदद का हाथ आगे नही बढ़ाया तो मामले का पता चलते ही मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने मदद का हाथ आगे बढ़ाते हुए हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शव का अंतिम संस्कार कराय। पुलिसकर्मियों ने शव यात्रा में शामिल होकर अर्थी को कंधा भी दिया।
दरअसल जनपद सहारनपुर के थाना कुतुबशेर इलाके के मोहल्ला विजय नगर में रहने वाले 38 वर्षीय विशाल पुत्र दीपचंद का रविवार की रात निधन हो गया था। घर में विशाल और उसका भाई विकास ही रहते थे, दोनों की शादी नहीं हुई थी और विशाल भी पिछले तकरीबन 1 साल से बीमार चल रहा था। भाई के निधन के बाद विकास ने पहले तो किसी को मामले की जानकारी नहीं दी।
लेकिन बाद में जब मोहल्ले के लोगों को इस बात का पता चल गया कि विशाल की घर के भीतर मौत हो चुकी है तो किसी ने भी शव का अंतिम संस्कार करने के लिए अपना हाथ आगे नहीं बढ़ाया। सोमवार की देर रात जब थाना कुतुबशेर इंस्पेक्टर सूबे सिंह फोर्स के साथ इलाके में गश्त करते हुए घूम रहे थे तो मोहल्ले वालों के माध्यम से मिली जानकारी के बाद वह तुरंत विशाल के घर पहुंचे और उसके भाई विकास से बातचीत की। विकास ने बताया कि भाई की मौत हो चुकी है लेकिन उसके पास भाई के शव के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं है। मदद के लिए मोहल्ले का कोई भी व्यक्ति आगे नहीं आया है। ऐसे हालातों में वह भाई का अंतिम संस्कार करने में असमर्थ है। थाना कुतुबशेर इंस्पेक्टर सूबे सिंह ने रात में ही 2 सिपाहियों को मौके पर तैनात कर दिया। मंगलवार की सवेरे दाह संस्कार का सामान मंगवाकर इंस्पेक्टर सूबे सिंह ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंबाला रोड स्थित श्मशान घाट पर शव को ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कराया। शव यात्रा में शामिल हुए पुलिसकर्मियों ने भी शव को कंधा देकर खाकी को उजला करने का काम किया है।