पयर्टकों को नही होगी कोई प्राॅब्लम- मदद के लिये तुरंत पहुंचेगी डायल-112
इमरजेंसी में सहायता प्रदान करने हेतु डायल 112-यूपी के कर्मियों को पुलिस विभाग द्वारा स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के हुक्मों की तामील के क्रम में प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए इमरजेंसी में सहायता प्रदान करने हेतु डायल 112-यूपी के कर्मियों को पुलिस विभाग द्वारा स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है। उनकी सहायता के लिये डायल-112 के कर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है। अगर पर्यटकों को किसी प्रकार की प्राॅब्लम होती है। तो डायल-112 वहां पहुंचकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करा सकें। पर्यटकों के लिये डायल-112 में 18 विदेशी भाषाएं सम्मिलित है।
डायल-112 के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरूण ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में पयर्टकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। अगर पर्यटकों को किसी प्राॅब्लम का सामना करना पड़ता है तो उसकी समस्याओं को कैसे निस्तारण करा सकें। इसी के दृष्टिगत पुलिस विभाग डायल-112 यूपी के कर्मियों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पयर्टकों को यूपी में डायल-112 की सौगात दी है। कई सेवाओं के हेल्पलाईन नंबरों को सम्मिलित किया है जिससे की पयर्टकों को किसी भी समस्या का सामना न करना पडे़। पयर्टक को बीमार होने की स्थिति में डायल-112 की ओर से एंबुलेंस भी मुहैया करायी जायेगी। यूपी डायल-112 में 18 विदेशी भाषाएं सम्मिलित है, जिससे किसी पयर्टक को भाषा समझने में कोई प्राॅब्लम न हो। विदेशी पर्यटकों की संख्या को देखते हुए इंग्लिश, फ्रेंच, स्पैनिश, उर्दू, मलेशियन, कोरियन आदि भाषाओं के वालंटियर अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा विदेशी भाषा के कॉल आने पर सम्बंधित वालंटियर को कांफ्रेंस पर ले कर अनुवाद कराया जाता है।
डायल-112 के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरूण ने बताया कि प्रदेश के जनपद लखनऊ, आगरा, मथुरा, कुशीनगर आदि शहरों में पर्यटन पुलिस की सुविधा मुहैया है, इन शहरों में यूपी डायल- 112 पर्यटन पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर पर्यटकों को सहायता पहुँचाने का वर्क करती है। पर्यटन स्थलों पर पीआरवी पर्यटक और प्रशासन एवं जनपद की पुलिस के बीच सेतु के रूप में वर्क कर रही है।