SSP की गाड़ी के आगे लेट गई महिला- बोली थाने में नहीं हो रही सुनवाई
SSP की गाड़ी के आगे रोते हुए महिला के लेट जाने से मौके पर हड़कंप मच गया। थाना पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाने...
मेरठ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की गाड़ी के आगे रोते हुए महिला के लेट जाने से मौके पर हड़कंप मच गया। थाना पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाने वाली महिला को लेडिस पुलिस ने जबरिया हटाया। दौराला सीओ ने उसकी बात सुनी और कार्यवाही का आश्वासन देते हुए उसे शांत किया।
शुक्रवार को जनपद मेरठ के बहसुमा थाना क्षेत्र की रहने वाली सोनम अपने दो छोटे बच्चों को साथ लेकर कप्तान के दफ्तर पर पहुंची थी। एक बच्चे की उंगली और दूसरे को गोद में थामें एसएसपी दफ्तर पहुंची महिला ने बताया कि वर्ष 2016 में उसकी शादी बहसुमा के रहने वाले देवेश के साथ हुई थी।
देवेश की पहली पत्नी की मौत हो गई थी जबकि दूसरी उसे छोड़कर चली गई थी। दोनों पत्नियों से देवेश के एक बेटा अभिषेक और कुल तीन बच्चे हैं। पीड़िता का आरोप है कि पति ने सारी संपत्ति अपने बड़े बेटे अभिषेक के नाम लिख दी है और उसके पास दोनों बच्चे देवेश के हैं।
लेकिन उसने इन बच्चों के नाम कोई संपत्ति नहीं की है। पीड़िता ने बताया कि काफी समय पहले उसके सौतेले बेटे और ननद ने मिलकर उसे घर से निकाल दिया था। स्थानीय पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही है। इसलिए हारकर वह कप्तान के दफ्तर पर आई है।
एसएसपी दफ्तर में जब महिला की शिकायत लेकर रख ली गई तो वह निराशा के चलते वहीं पर खड़ी हो गई। जैसे ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण अपनी गाड़ी में सवार होकर दफ्तर से निकले, वैसे ही महिला उनकी गाड़ी के आगे लेट गई। महिला कांस्टेबल ने बड़ी मुश्किल से महिला को गाड़ी के आगे से हटाया। बाद में सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने महिला की पीड़ा सुनी और उसे समझाया।