सिपाहियों ने किया ऐसा वेरीफिकेशन लॉरेंस के गुर्गे पहुंच गए दुबई
लापरवाही उजागर होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मेरठ। पुलिस विभाग में तैनात दो कांस्टेबल ने पासपोर्ट के लिए आई तहकीकात में लापरवाही दिखाते हुए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों का वेरिफिकेशन कर दिया। जिसके चलते बने पासपोर्ट के आधार पर दोनों के दुबई भागने में कामयाब हो गए। अब इस मामले में लापरवाही उजागर होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे राजस्थान के श्री डूंगरगढ़ बीकानेर के रहने वाले राहुल कुमार पुत्र चेतन लाल एवं महेंद्र कुमार पुत्र खजोहार लाल के खिलाफ करोड़ों रुपए की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था।
जब बीकानेर क्राइम ब्रांच इन दोनों के पीछे लगी तो लॉरेंस बिश्नोई के दोनों गुर्गों ने मेरठ के फर्जी नाम पते के आधार पर अपना पासपोर्ट तैयार कराया और दोनों दुबई भाग गए।
पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि दुबई फरार हुए दोनों बदमाशों ने मेरठ के कंकर खेड़ा श्रद्धापुरी के एड्रेस पर अपने पासपोर्ट बनवाए थे। बीकानेर के डूंगरगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले में कंकर खेड़ा के सुभाषपुरी में साइबर कैफे और गाजियाबाद पासपोर्ट दफ्तर के पास कैफे चलाने वाले राजू को गिरफ्तार किया। जिसमें खुलासा हुआ कि दोनों ने श्रद्धापुरी के फर्जी पते पर फर्जी आधार कार्ड समेत कई अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाए थे।
उसके बाद दोनों ने तत्काल पासपोर्ट का आवेदन कर दिया। इसकी वेरिफिकेशन का जिम्मा जब कंकर खेड़ा थाने पर तैनात सिपाही संदेश शर्मा एवं धीरज को मिला तो दोनों ने लापरवाही दिखाते हुए वेरीफिकेशन रिपोर्ट लगा दी ।
मामले की जांच पड़ताल में जब दोनों की लापरवाही सामने आई तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताडा ने संदेश शर्मा एवं धीरज के खिलाफ जांच बैठा दी। रिपोर्ट में दोनों के खिलाफ सबूत मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संदेश शर्मा एवं धीरज को सस्पेंड कर दिया है।