प्रेम में डूबी बहन और उसके प्रेमी की हत्या शव जंगल में फेंके
शादी होने के बाद भी अपने शादीशुदा प्रेमी के साथ प्रेम प्रसंग में लगी बहन की भाई ने हत्या कर दी;
बागपत। शादी होने के बाद भी अपने शादीशुदा प्रेमी के साथ प्रेम प्रसंग में लगी बहन की भाई ने हत्या कर दीऔर उसके शव को जंगल में फेंककर ठिकाने लगा दिया। भाई ने बहन के प्रेमी को भी नहीं छोड़ा और उसकी भी हत्या कर उसके श्व को जंगल में फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बहन के शव को बरामद कर लिया है। लेकिन प्रेमी का शव अभी हाथ नहीं लग सका है।
दरअसल जनपद बागपत के असारा गांव मैं रहने वाली महजबी का तकरीबन 7 साल पहले शामली जनपद के गांव गंगेरू निवासी साजिद के साथ निकाह हुआ था। महजबी के इस समय तीन बच्चे हैं। शादी से पहले महजबी का प्रेम प्रसंग गांव के ही आरिफ के साथ चल रहा था। महजबी की शादी हो जाने के बाद आरिफ का भी किसी अन्य युवती के साथ निकाह हो गया था।
लेकिन महजबी और आरिफ के बीच पहले से चला आ रहा प्रेम प्रसंग दोनों की अलग अलग शादी के बाद भी लगातार परवान चढ़ता रहा। तकरीबन 3 महीने पहले महजबी जब गांव गंगेरू में रहने के बजाय कांधला कस्बे में किराए का कमरा लेकर रहने लगी तो 22 अक्टूबर को महजबी अचानक गायब हो गई। जिसकी गुमशुदगी महजबी के भाई ने थाना रमाला पर दर्ज कराते हुए उसके लापता होने में आरिफ और उसके बहनोई का हाथ बताया।
इस बीच आरिफ भी जब गायब हो गया तो पुलिस का माथा बुरी तरह से ठनका। पुलिस को जब आरिफ और महजबी के बीच प्रेम प्रसंग चलने की जानकारी मिली तो पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कराने वाले महजबी के भाई को हिरासत को लिया और उसके साथ पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया। मंगलवार की देर रात महजबी के भाई का धैर्य जवाब दे गया और उसने पुलिस के सामने अपनी बहन की हत्या कर उसका शव जंगल में फेंक देने की बात स्वीकार की।
पुलिस ने भाई की निशानदेही पर असारा गांव के जंगल में रात तकरीबन 2.30 बजे छानबीन करते हुए महजबी के शव को बरामद कर लिया है। महजबी के भाई की जानकारी पर जब पुलिस शामली के नाला गांव के जंगल में आरिफ के शव की बरामदगी के लिए पहुंची तो तमाम छानबीन के बावजूद उसका शव बरामद नहीं हो सका। छानबीन करते हुए पुलिस ने आरिफ का शव भी गांव लूम्ब के जंगल से बरामद कर लिया। पुलिस ने महजबी और आरिफ के शव पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिये है।