जुमे के दिन के बंद की अपील निकली फर्जी - शरारती तत्वों की खुराफ़ात
10 जून को जुमे के दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा बंद की सोशल मीडिया पर चल रही खबर छानबीन के बाद फर्जी निकली।
मुजफ्फरनगर। पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी करने वाली भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मुस्लिम समुदाय में रोष देखने को मिल रहा है। जिसको लेकर आज किसी शरारती तत्व ने सोशल मीडिया पर कल जुमें के दिन बंद रखने का आह्वान किया। इसकी सूचना के बाद एसएसपी अभिषेक यादव एक्टिव हो गए और उन्होंने ऐसे शरारती तत्वों का जवाब सोशल मीडिया के माध्यम से ही दिया। उन्होंने जहां खुद पूरे सोशल मीडिया के ग्रुप एडमिन को चेतावनी जारी की कि अगर किसी भी ग्रुप पर कोई भड़काऊ सामग्री पोस्ट की गई तो उसके एडमिन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने जनपद के मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों से भी अपील जारी करा कर स्पष्ट कर दिया है कि कल मुजफ्फरनगर जनपद में कोई भी बंद एवं प्रदर्शन नहीं होगा। एसएसपी अभिषेक यादव खुद दोपहर से देर रात तक पूरे पुलिस फोर्स के साथ एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। मुजफ्फरनगर शहर के साथ-साथ जनपद में भी पुलिस पैदल मार्च कर रही है।
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने बरेली से ऐलान किया था कि 10 जून 2022 को जुमें के दिन मुस्लिम विरोध प्रदर्शन करेंगे लेकिन बाद में हालात को देखते हुए मौलाना तौकीर रजा ने 10 जून को होने वाले विरोध प्रदर्शन को टालने की अपील भी कर दी थी । जिसके बाद यह मामला शांत हो गया था।
मगर आज सुबह से कुछ लोग शरारती तत्वों ने एक स्टीकर बनाकर जिसमें ना तो किसी संगठन का नाम था और ना ही उसमें किसी व्यक्ति विशेष का नाम था, लेकिन इन शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर कल जुम्मे के दिन बंद का आह्वान करने की अपील करते हुए वह स्टिकर शेयर करना शुरू कर दिया।
जैसे ही इसकी खबर मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव को लगी तो वह तुरंत अपनी पुलिस फोर्स के साथ सड़क पर निकल आए और उन्होंने मुज़फ्फरनगर शहर के साथ-साथ पूरे जनपद की पुलिस को अलर्ट मोड पर कर दिया और उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से जहां खुद सभी ग्रुप के एडमिन को चेतावनी जारी की कि अगर किसी ने भी सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की या अफवाह फैलाई तो मुजफ्फरनगर पुलिस उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई करेगी ।
इसके साथ साथ मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने जमीयत उलेमा ए हिंद के पदाधिकारियों और मुजफ्फरनगर शहर के जिम्मेदार इमामो से भी सोशल मीडिया पर अपील जारी कराई कि कल जुमे के दिन मुजफ्फरनगर जनपद में पैगंबर मोहम्मद साहब पर हुई टिप्पणी को लेकर कोई भी विरोध प्रदर्शन करने की अपील किसी ने अभी नहीं की है, बल्कि यह किसी शरारती तत्व की शरारत है।
एसएसपी अभिषेक यादव कि मौलानाओ से तालमेल के बाद जारी की गए प्रेस नोट एवं वीडियो, सोशल मीडिया के माध्यम से सभी के पास पहुंच गई है। जिसका असर जनपद में दिखाई पड़ रहा है। सभी सोशल मीडिया ग्रुप पर एसएसपी अभिषेक यादव की चेतावनी एवं जमीयत उलेमा ए हिंद की अपील भी लगातार शेयर की जा रही है।
खोजी न्यूज़ भी जनहित में अपील करता है कि कल किसी भी धार्मिक संगठन द्वारा जुमे के बाद या पहले बंद या प्रदर्शन की अपील नहीं की गई है। इसलिए सभी जनपदवासी कल अपने संस्थानों को खोल कर ऐसे शरारती तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दें जो जनपद की फिजा को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
दरअसल अपने ऐलान के बाद इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमएसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 10 जून को प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन स्थगित कर दिया था। तौकीर रजा ने यह ऐलान बुधवार दोपहर दरगाह आला हजरत स्थित अपने आवास पर प्रेसवार्ता के दौरान किया था। उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि 10 जून को गंगा दशहरा है और हम शांति चाहते हैं, इसलिए इस दिन प्रदर्शन स्थगित करने का निर्णय लिया है। जिसके बाद स्पष्ट हो गया है कि कल जुम्मे के दिन किसी भी संगठन या व्यक्ति विशेष द्वारा बंद की अपील नहीं की गई है।