दिवाली पर SHO ओमप्रकाश का सोशल गुडवर्क- विधवा महिला और दिव्यांग बेटे..
अपने कप्तान से प्रेरणा लेकर चरथावल इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने दिवाली पर ऐसा सोशल गुडवर्क किया कि इलाके में चर्चा हो रही है
मुज़फ्फर नगर। अपने कप्तान से प्रेरणा लेकर चरथावल इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने दिवाली पर ऐसा सोशल गुडवर्क किया कि इलाके में उसकी चर्चा हो रही है। इंस्पेक्टर ने विधवा महिला और उसके दिव्यांग बेटे को दिवाली पर गिफ्ट देकर प्रशंसा बटोरी है।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जनपद के चरथावल थाने के प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश अपने एक सोशल गुडवर्क को लेकर सुर्खियों में है। दरअसल उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति और मिशन दीदी अभियान चल रहा है। नवरात्रों के पहले सप्ताह में चरथावल क्षेत्र के महाबलीपुर गांव में जब यह अभियान चला तो एक विधवा महिला उस कार्यक्रम में आई थी। तब वहां गांव के प्रधान व अन्य लोगों ने चरथावल इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह से कहा कि यह महिला विधवा है तथा इसका एक बेटा है जोकि विकलांग है। इसके रोजगार का कोई साधन भी नहीं है तथा बहुत गरीब है।
जब इस महिला से बातचीत की गई तो उसने इंस्पेक्टर को बताया कि उसकी वह उसके बेटे के पास आधार कार्ड भी नहीं है तथा अगर उसके बेटे और उसकी पेंशन बन जाए तो परिवार का गुजारा हो सकता है। यही से इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह के मन में उस विधवा महिला की मदद का ख्याल आया और उन्होंने बीडीओ से लेकर के ग्राम प्रधान तक से बात की और उस महिला के आधार कार्ड, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन के लिए कार्य शुरू करा दिया।
इंस्पेक्टर ओमप्रकाश लगातार इस महिला के कार्य की खुद मॉनिटरिंग करते कर रहे हैं। इसी बीच दिवाली के मौके पर कल जब मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजीव सुमन ने सभी थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया था कि वह गरीब, असहाय और कमजोर लोगों के बीच जाकर दिवाली के पर्व पर उनकी मदद करें। अपने कप्तान के फरमान के बाद वैसे तो कल ही मुजफ्फरनगर पुलिस ने गरीब लोगों के बीच जाकर दिवाली मनाई लेकिन आज बड़ी दिवाली पर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश के जहन में महाबलीपुर की विधवा महिला और उसके दिव्यांग बेटे का ख्याल आया तो इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिंह ने गांव में जाकर उस विधवा महिला और दिव्यांग बेटे के लिए दीये, मिठाई, फल तथा अन्य उपहार लेकर पहुंच गए । जब इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने महिला और उनके दिव्यांग बेटे को दिवाली के पर्व पर उपहार दिए तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।