सोते हुए हिरासत में लिए युवक की पुलिस पिटाई से मौत-6 सस्पेंड

दोस्त के बुलावे पर बाबा विश्वनाथ की नगरी में घूमने के लिए आए युवक को पुलिस ने होटल में सोते समय हिरासत में ले लिया

Update: 2021-09-28 11:05 GMT

गोरखपुर। दोस्त के बुलावे पर बाबा विश्वनाथ की नगरी में घूमने के लिए आए युवक को पुलिस ने होटल में सोते समय हिरासत में ले लिया। अर्द्धरात्रि को चेकिंग करने के नाम पर कमरे में घुसी पुलिस ने युवक की जमकर पिटाई की, जिससे युवक की मौत हो गई। पुलिस पिटाई से युवक की मौत के आरोप में घिरे इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज के अलावा चार सिपाहियों को एसएसपी द्वारा निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक उत्तरी को सौंपी है।

कानपुर के जनता नगर बर्रा निवासी मनीष प्रॉपर्टी का काम करते हैं। सोमवार को वह अपने साथी हरियाणा के गुड़गांव निवासी हरदीप सिंह और प्रदीप के साथ कार में सवार होकर गोरखपुर पहुंचे। गोरखपुर सिकरीगंज के महादेवा बाजार के रहने वाले चंदन सैनी व अन्य ने उन्हें गोरखपुर घूमने के लिए बुलाया था। 32 वर्षीय प्रदीप चौहान और 35 वर्षीय हरदीप सिंह चौहान कानपुर से 35 वर्षीय मनीष गुप्ता के साथ गोरखपुर पहुंचे थे। चंदन के मुताबिक सभी दोस्त रियल स्टेट और अन्य कारोबार से जुड़े हुए हैं। फोन पर बात होने के दौरान वह अपने दोस्तों को हमेशा गोरखपुर में हो रहे विकास के संबंध में बताता था। काफी दिनों से उनकी गोरखपुर आने की प्लानिंग थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से नहीं आ सके थे। सोमवार को तीनों रामगढ़ताल इलाके के एलआईसी बिल्डिंग के पास होटल कृष्णा पैलेस में ठहरे।

सोमवार की रात तकरीबन 12.30 बजे पुलिस होटल में चेकिंग करने के लिए पहुंची। इंस्पेक्टर जेएन सिंह, फल मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा के अलावा थाने के अन्य पुलिसकर्मी उनके साथ थे। होटल के कमरे का दरवाजा बाहर से खटखटाकर खुलवाया गया। पुलिस के साथ होटल का रिसेप्शनिस्ट भी मौजूद था। पुलिस वालों ने कहा कि चेकिंग हो रही है, सभी लोग अपना आईडी प्रूफ दिखाएं। हरदीप ने बताया कि उन्होंने अपनी और अपने साथी प्रदीप चौहान की आईडी पुलिस को दिखा दी। उस समय मनीष सो रहा था। आईडी दिखाने के लिए मनीष को नींद से जगाया गया तो उसने पुलिस वालों से पूछ लिया कि इतनी रात में चेकिंग किस बात की हो रही है। आप सोते हुए इंसान को उठाकर बिना बात डिस्टर्ब कर रहे हैं। इतना सुनते ही पुलिस वाले बौखला गए और उन्होंने मनीष को पीटना शुरू कर दिया।

हरदीप और मनीष को पीटते हुए पुलिसकर्मी कमरे के बाहर तक ले गए। बाद में पुलिस वाले मनीष गुप्ता को घसीटते हुए बाहर ले आए। इस दौरान वह खून से बुरी तरह लथपथ था। पुलिस की पिटाई से घायल हुए मनीष को उसके दोस्त अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। इस मामले में एसएसपी ने इंस्पेक्टर जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज फलमंडी अक्षय मिश्र और चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक उत्तरी को सौंपी है।



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