24 घंटे में किया खुलासा- 2 बच्चों को बचाया- कातिल चाचा को किया गिरफ्तार

रिश्तों की मान मर्यादा और लज्जा को तार-तार करने का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा

Update: 2020-12-17 16:23 GMT

फिरोजाबाद। रिश्ते, मान-मर्यादा, लोकलाज नाम की जैसी अब कोई चीज ही नहीं रह गई है। रिश्तों को कलंकित करने का जीता-जागता उदाहरण फिरोजाबाद जनपद के गांव खुशियारी में देखने को मिला। चाचा ने भतीजी के प्रति हुए आकर्षण के चलते उसके साथ जिंदगी का सफर काटने के सपने संजोकर मर्यादा के महीन व सख्त तारों को एक ही झटके में तोड़ दिया। इतना ही नहीं, जब उसे अपने सपने टूटते हुए नजर आये, तो उसने अपने 11 वर्षीय भतीजे की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी और उसके शव को 10 फीट गहरे गड्डे में दबा दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर बालक का शव और हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार को भी बरामद कर लिया है।

जानकारी के अनुसार जनपद फिरोजाबाद के थाना जसराना के ग्राम खुशियारी निवासी मीना देवी पत्नी बच्चू सिंह ने 15 दिसम्बर को थाने पर तहरीर देते हुए बताया कि उसके तीन बच्चे (15 वर्षीय पुत्री व दो पुत्र उम्र क्रमशः 11 व 9 वर्ष) लापता हो गये हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी थी। इस मामले में एसएसपी अजय कुमार ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के नेतृत्व में एसओजी व जसराना पुलिस की संयुक्त टीम गठित करते हुए जल्द से जल्द लापता बच्चों की तलाश करने के आदेश दिये थे। पुलिस ने जब मामले की गहनता से जांच की, तो पता चला कि मीना देवी के सगे देवर अमर शर्मा उर्फ समरवीर पुत्र रमेश चंद शर्मा निवासी स्वरूपनगर लाईनपार थाना टूंडला जनपद फिरोजाबाद को एक गाड़ी में तीनों बच्चों के साथ गांव से बाहर जाते हुए देखा गया है। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से अमर शर्मा की लोकेशन पता की और स्टेशन रोड टूंडला से उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दो बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया। तीसरे बच्चे जिसकी उम्र 11 वर्ष थी, के संबंध में आरोपी ने बताया कि उसने उसकी हत्या कर शव को अपने ही घर की सीवर लाईन के लिए बनाये गये गड्ढे में छिपा दिया है। पुलिस ने शव को उक्त गड्डे से बरामद कर लिया। पुलिस ने मौके से हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल (धारदार हथियार बांका) भी बरामद कर लिया।

एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि आरोपी अमर शर्मा ने पूछताछ में बताया कि लाॅकडाउन के समय वह अपने भाई बच्चू सिंह के गांव में रहने लगा था, जहां उसे अपनी 15 वर्षीय भतीजी से आकर्षण हो गया था। लाॅकडाउन के बाद जब वह अपने घर टूंडला आकर रहने लगा, तब भी उसकी भतीजी से बातचीत होती रहती थी। वह अपनी भतीजी के साथ फरार होना चाहता था, इसी के चलते उसने योजना बनाई थी। योजना के तहत उसने 12 दिसम्बर को अपने भाई को फोन कर कहा कि वह भाभी को दवाई दिलवाने के लिए टूंडला आ जाये। भाई व भाभी उसकी बात मानकर टूंडला आ गये, जिन्हें उसने बहाना बनाकर रात में अपने घर में ही रोक लिया। भाई-भाभी के सोने के बाद वह गांव खुशियारी पहुंच गया और भतीजी से अपने साथ चलने के लिए कहा, लेकिन वह अपने दोनों भाईयों को छोड़कर चलने के लिए तैयार नहीं हुई। इस पर वह तीनों को लेकर अपने घर आ गया और अलग कमरे में तीनों को सुला दिया। सुबह के समय उसने भाई-भाभी को वापिस भेज दिया। जब भाई-भाभी घर पर पहुंचे और बच्चे नहीं मिले, तो उन्होंने उससे कहा कि वे थाने जा रहे हैं। वहीं उसका 11 वर्षीय भतीजा भी घर जाने की जिद कर रहा था, जिसके कारण उसे अपना प्लाॅन फेल होते हुए दिखाई दिया। इसी के कारण वह 11 वर्षीय भतीजे को एक कमरे में ले गया और धारदार हथियार से उसका गला रेतकर हत्या कर दी और शव को गड्डे में छिपा दिया। उसने खून से रंगे अपने कपड़ों को भी जला दिया था। आरोपी ने भतीजी को साथ रखने के लिए अपने मकान भी बेच दिया था और उसे बाहर ले जाने की मंशा थी। लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब होता, इससे पूर्व ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना का खुलासा करने के लिए एसएसपी ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक थाना जसराना जितेन्द्र कुमार द्विवेदी, प्रभारी एसओजी कुलदीप सिंह, उप निरीक्षक प्रशांत माठा, हैड कांस्टेबिल दीवान सिंह, आरक्षी धवेन्द्र, उमाशंकर, रविन्द्र कुमार, रघुराज सिंह, पवन कुमार, आशीष शुक्ला, अमित उपाध्याय आदि मौजूद रहे। 

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