2 साल से फरार एक लाख का इनामी आईपीएस बना पुलिस के लिए पहेली

पुलिस के हाथ इतने लंबे होना बताए जाते हैं कि वह पाताल से भी अपराधी को खोजकर निकाल लेती है।

Update: 2022-09-11 06:55 GMT

लखनऊ। पुलिस के हाथ इतने लंबे होना बताए जाते हैं कि वह पाताल से भी अपराधी को खोजकर निकाल लेती है। लेकिन भ्रष्टाचार के एक मामले में निलंबित चल रहे एक लाख के इनामी आईपीएस अधिकारी तक पुलिस के हाथ नही पहुंच पाये है। 2 साल गुजरने के बाद भी फरार आईपीएस को पकड़ना तो दूर पुलिस उनकी लोकेशन ज्ञात नहीं कर पाई है। जिसके चलते एक लाख के इनामी आईपीएस इस धरती पर कहा है और कहा नहीं? इस बाबत पुलिस पूरी तरह से अनभिज्ञ है।

दरअसल वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार को शासन की ओर से भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में वर्ष 2020 की 9 सितंबर को निलंबित कर दिया गया था। मौजूदा समय में एक लाख के इनामी आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ वर्ष 2020 के सितंबर महीने में महोबा के क्रेशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।

इसी मामले में पुलिस लगातार उसी समय से आईपीएस को तलाश कर रही है। क्रेशर कारोबारी की मौत और भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद शासन की ओर से की गई निलंबन की कार्यवाही के बाद भ्रष्टाचार के आरोपी आईपीएस मणिलाल पाटीदार को उस समय डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध किया गया था। लेकिन वह उसी समय से अभी तक फरार चल रहे हैं। जिसके चलते अदालत द्वारा आईपीएस को भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है।

क्रेशर कारोबारी की मौत के मामले को 2 साल गुजर चुके हैं लेकिन आईपीएस मणिलाल की गिरफ्तारी पुलिस के लिए अभी तक एक पहेली बनी हुई है। आमतौर पर पुलिस बदमाशों को कहीं से भी खोजकर लाने का दावा करती हुई समय-समय पर दिखाई दे जाती है। मगर जिस तरह से पुलिस अभी तक 2 साल से फरार आईपीएस को खोजकर गिरफ्तार नहीं कर पाई है उसके चलते अब पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आने लगी है।

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